कोलकाता : सौराष्ट्र टीम के कप्तान जयदेव उनादकट ने रविवार को अपनी टीम की रणजी ट्रॉफी में जीत को भारत के अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा को समर्पित किया. उनादकट ने पुजारा को अपने क्षेत्र का पसंदीदा बेटा करार दिया. अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे पुजारा ने दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में विजयी रन बनाया.
सौराष्ट्र टीम के कप्तान उनादकट ने बंगाल के खिलाफ नौ विकेट से जीत के बाद पत्रकारों से कहा, जैसे कि मैंने पहले कहा था कि यह जीत सौराष्ट्र के प्रिय बेटों में एक चिंटू (चेतेश्वर पुजारा का उपनाम) को समर्पित होगी. वह दिल्ली में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मुकाबले में अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहा था लेकिन वह रणजी ट्रॉफी फाइनल को लेकर भी उतना ही उत्सुक था और हमें शुभकामनाएं प्रेषित कर रहा था.
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पिछले तीन सालों में सौराष्ट्र की टीम ने उनादकट की अगुवाई में विभिन्न प्रारूपों में तीन खिताब जीते. सौराष्ट्र ने साल 2020 में रणजी और 2022 दिसंबर में विजय हजारे ट्रॉफी भी जीती थी. उन्होंने ने कहा, अपना दबदबा साबित करने के लिए यह जीत जरूरी थी. उनादकट ने आगे कहा, यह दिखाने के लिए यह जरूरी था कि यह दशक सौराष्ट्र के नाम है. तीन सालों में तीन टाइटल से पता चलता है कि हमने कई चीजें अच्छी की. उनादकट ने कहा, सौराष्ट्र टीम ने जो उपलब्धियां हासिल की, मुझे वास्तव में उस पर गर्व है.
मैच की बात करें तो सौराष्ट्र ने बंगाल को रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में 9 विकेट से हराकर खिताब जीत लिया. बंगाल की टीम ने पहली पारी में 174 रन बनाए थे, उसके जवाब में सौराष्ट्र की टीम में 404 रन बनाकर पहली पारी में भारी बढ़त हासिल की थी. इसके बाद दूसरी पारी में बंगाल की टीम 241 रन बनाकर आउट हो गई. दूसरी पारी में सौराष्ट्र की टीम को 12 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया.