हैदराबाद : चेन्नई सुपर किंग्स की टीम और फैंस के लिए आईपीएल शुरु होने से पहले ही करारा झटका लगा है. चेन्नई के भरोसेमंद बल्लेबाज सुरेश रैना निजी कारणों की वजह से यूएई से वापस भारत लौट आए हैं. वहीं ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह इस सीजन टीम के साथ खेलते हुए नजर नहीं आएंगे. उन्होंने भी निजी कारणों का हवाला देते हुए आईपीएल न खेलने का फैसला किया है. आपको बता दें कि हरभजन सिंह ने पिछले सीजन 11 मैचों में कुल 16 विकेट लिए थे. हालांकि इन खिलाड़ियों के जाने के बावजूद चेन्नई की टीम बाकी टीमों से स्पिन विभाग में काफी मजबूत नजर आ रही है. तेज गेंदबाजी में टीम के पास अच्छे गेंदबाजों की फौज है जिससे टीम काफी संतुलित नजर आ रही है.
पिछले साल चेन्नई की टीम को डैडी आर्मी के नाम से भी काफी पहचान मिली. क्योंकि टीम के ज्यादातर खिलाड़ी 30 साल से ज्यादा की उम्र के थे. इस बार भी टीम उन्हीं खिलाड़ियों के साथ उतरने वाली है जिन्होंने पिछले सीजन दिखा दिया था कि उम्र सिर्फ एक नंबर है. धोनी के नेतृत्व में चेन्नई की टीम ने अभी तक शानदार प्रदर्शन किया. मैच के शुरुआती और बीच के ओवरों में अपने गेंदबाजों खासकर स्पिनरों का उपयोग करने के फैसले में महारत लेने के कारण धोनी मैच का पासा पलटने में माहिर है.
चेन्नई सुपर किंग्स के स्पिन विभाग की बात करे तो टीम में मिशेल सैंटनर, पीयूष चावला, इमरान ताहिर, रवींद्र जडेजा, केदार जाधव, आर साई किशोर प्रमुख स्पिनर हैं. पिछले सीजन इन खिलाड़ियों (स्पिनर) के प्रदर्शन पर नजर डाले तो चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यूएई की पिचें सोने पर सुहागा साबित होगी. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कोच माइक हेसन ने भी संकेत दिए हैं कि अबुधाबी की तुलना में बाकी के दोनों मैदानों (दुबई और शारजाह) में स्पिनरों की भूमिका अहम होगी क्योंकि वहां गेंद 'स्किड' करेगी.
सीएसके के स्पिनर की खास बातें-
इमरान ताहिर-
सटीकता और गेंद को दोनों तरह से स्पिन करने की क्षमता दक्षिण अफ्रीका के इमरान ताहिर को खेल के छोटे प्रारूपों में सबसे खतरनाक लेग स्पिनरों में से एक बनाती है. 40 साल के पाकिस्तान में जन्मे इमरान ताहिर के पास बीच के ओवरों में बल्लेबाजों पर नियंत्रित करने की शानदार क्षमता है वो ODI और T20I दोनों में गेंदबाजों की रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच पर भी पहुंचे हैं. इमरान ताहिर से पिछले सीजन में 17 मैचों में 26 विकेट लेकर सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में शीर्ष पर रहे.
मिशेल सैंटनर-
सैंटनर गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी टीम के लिए फायदेमंद रहे हैं. वो पल अभी भी सभी के जेहन में है जब मिशेल सैंटनर ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच के आखिरी गेंद पर बेन स्टोक्स की गेंदबाजी पर लंबा छक्का लगाकर टीम को मैच जिताया था. सैंटरन को पिछले सीजन सिर्फ चार मैचों में खेलने का मौका मिला. उन्होंने चार मैचों में 4 विकेट लिए थे. हालांकि सीएसके की प्लेइंग इलेवन में इस सीजन भी सैंटनर को कम ही मौके मिलने की संभावना है.
पीयूष चावला
आईपीएल 2019 में केकेआर की तरफ से खेलते हुए पीयूष चावला ने 13 मैचों में 10 विकेट झटके थे. पीयूष चावला एक असाधारण लेग स्पिनर हैं. उन्होंने बहुत कम उम्र में अपने करियर की शुरुआत भारत अंडर -19 का प्रतिनिधित्व करते हुए की थी. जब वो सिर्फ 15 साल के थे. चावला को एक बड़े मैच खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है. गेंदबाजी में अपनी गुगली और बल्लेबाजी में शानदार स्ट्रोक लगाने वाले चावला टीम को अपनी इन काबिलियत से मजबूती प्रदान करते हैं.
रवींद्र जडेजा-
रवींद्र जडेजा भारत के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में से एक हैं और ऑस्ट्रेलियाई महान माइकल हसी, जो अब चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजी कोच हैं, ने कहा है, "जडेजा एक शानदार ऑल-राउंडर हैं और अकेले अपने क्षेत्ररक्षण से 10 रन के लायक हैं." वास्तव में, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के दिग्गज शेन वॉर्न ने अपनी क्षमताओं में आत्मविश्वास के कारण बाएं हाथ के जडेजा को "रॉकस्टार" कहा. जडेजा ने आईपीएल 2019 में 16 मैचों में 15 विकेट झटके थे.