नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने शुक्रवार को इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के लिए पिच को 'खराब' का दर्जा दिया है. आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने मैच अधिकारियों की चिंताओं को व्यक्त करते हुए और दोनों टीमों के कप्तानों के साथ परामर्श के बाद आईसीसी को अपनी रिपोर्ट सौंपी. मूल्यांकन के बाद आयोजन स्थल को तीन डिमेरिट अंक दिए गए हैं.
इस मैच की रिपोर्ट बीसीसीआई को भेज दी गई है, जिसके पास अब 14 दिनों का समय है अगर वे मंजूरी के खिलाफ अपील करना चाहते हैं. मैच रेफरी ब्रॉड ने आईसीसी मीडिया विज्ञप्ति में कहा कि, 'पिच, जो बहुत सूखी थी शुरू से ही स्पिनरों के पक्ष में थी. पिच बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं कर रही थी. मैच की पांचवीं गेंद पिच की सतह टूट गई इसमें कोई सीम मूवमेंट नहीं मिल मिल रहा था और पूरे मैच में अत्यधिक और असमान उछाल देखने को मिला'.
आपको बता दें कि विशेष रूप से, एक डिमेरिट पॉइंट उन स्थानों को दिया जाता है जिनकी पिचों को मैच रेफरी द्वारा औसत से नीचे का दर्जा दिया जाता है, जबकि तीन और पांच डिमेरिट पॉइंट उन स्थानों को दिए जाते हैं जिनकी पिचों को क्रमश: खराब और अनुपयुक्त के रूप में चिह्नित किया जाता है. जब किसी स्थान को पांच डिमेरिट अंक मिल जाते हैं, तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी करने से निलंबित कर दिया जाता है. एक स्थल को 24 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के मंचन से निलंबित कर दिया जाता है, जब वह 10 अवगुण अंक की सीमा तक पहुंच जाता है.
यह भी पढ़ें - Indore Test : टीम इंडिया की पांच बड़ी गलतियां जो बनी हार की वजह
गौरतलब है कि दोनों टीमों के स्पिनरों को इंदौर की सतह से काफी मदद मिली, जो पहले दिन से ही स्पिन के अनुकूल थी और मैच के पहले ही दिन 14 विकेट गिर गए थे. पूरे मैच के दौरान गिरे 31 विकेटों में से 26 स्पिनरों ने लिए, जबकि केवल चार विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए. एक रन आउट हुआ. बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में अब भारत अहमदाबाद में 2-1 की बढ़त के साथ उतरेगा. ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर में जीत के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपना टिकट पक्का कर लिया और भारत के पास अंतिम टेस्ट जीतने पर भी ऐसा करने का मौका है.
(इनपुट: आईएएनस)