नई दिल्ली : भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने विवादों और टीम इंडिया से बाहर होने पर बड़ा बयान दिया है. शॉ का कहना है कि अगर वह घर से बाहर जाते हैं तो जरूर किसी न किसी मुसीबत में फंस जाते हैं. इसके चलते शॉ ने अकेले रहना शुरू कर दिया है. इसके अलावा उन्होंने खुद को भारतीय टीम से बाहर किए जाने पर निराशा व्यक्त की है. शॉ की कप्तानी में भारत ने अंडर-19 विश्वकप जीता था. शॉ ने टेस्ट शतक के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. इस तरह के प्रदर्शनों के बावजूद वह राष्ट्रीय टीम में जगह पक्की नहीं कर पाए.
2018 में टेस्ट डेब्यू करने के बावजूद पृथ्वी शॉ ने पिछले दो वर्षों में कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. उनके लिए आईपीएल 2023 भी निराशाजनक रहा. जहां वह 8 मैचों में 13.25 के औसत से सिर्फ 106 रन बना सके. शॉ ने कहा 'जब मुझे भारतीय टीम से बाहर किया गया, तो मुझे इसका कारण पता नहीं चला. कोई कह रहा था कि यह फिटनेस हो सकता है. लेकिन निश्चित रूप से मैं बेंगलुरु आया और एनसीए में सभी परीक्षण पास कर लिए.
रन बनाए और फिर से टी20 टीम में वापसी की. लेकिन वेस्टइंडीज में दोबारा मौका नहीं मिला. मैं निराश हूं लेकिन बस आगे बढ़ना है'. उन्होंने कहा कि वह अपने में ही सिमट कर रहना चाहते हैं. शॉ इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट के शेष सत्र के लिए नॉर्थम्पटनशायर के लिए खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इसके अलावा अगस्त में शुरू होने वाले रॉयल लंदन वन-डे कप का भी हिस्सा होंगे.
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(आईएएनएस)