हैदराबाद: ब्रिस्बेन में गाबा के मैदान पर इस समय भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का अंतिम मुकाबला खेला जा रहा है. जहां टिम पेन की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम पहली पारी में 369 के स्कोर पर ऑल आउट हुई.
टीम इंडिया के अनुभवहीन गेंदबाजों ने पहली पारी के दौरान उम्दा खेल दिखाया और वाकई में मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन जैसे सीनियर गेंदबाजों की कमी नहीं खलने दी.
खासतौर पर ब्रिस्बेन से अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले तेज गेंदबाज टी नटराजन और स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर ने सभी को खासा प्रभावित किया. दोनों ही युवा खिलाड़ी तीन-तीन विकेट अपने नाम करने में सफल रहे.
दोनों के अपने डेब्यू टेस्ट की पहली ही पारी में तीन-तीन विकेट लेने के साथ एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया. दरअसल, 1949 के बाद ये सिर्फ दूसरा ऐसा मौका रहा, जब भारत के दो गेंदबाजों ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी तीन विकेट लिए हो.
ब्रिस्बेन टेस्ट: दूसरे दिन के पहले सत्र में छाए भारतीय गेंदबाज, ऑस्ट्रेलिया 369 पर ढेर
1949 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के मैदान पर मंटू बनर्जी (4/120) और गुलाम अहमद (4/94) ने ये कारनामा किया था. वहीं ब्रिस्बेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी नटराजन (3/78) और वॉशिंगटन सुंदर (3/89) ये करिश्मा दोहराने में कामयाब हुए.