नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा है कि अगर विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया छोड़ने से पहले वनडे और टी20 में टोन सेट करने में असफल रहते हैं, तो भारतीय टीम को चार मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप होना पड़ेगा. कोहली तीन वनडे और तीन टी20 मैचों तथा चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भारत का नेतृत्व करने के बाद स्वदेश लौट आएंगे.
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कोहली पिता बनने वाले हैं और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उन्हें पैटरनिटी लीव दी है. इसके चलते वो पहले टेस्ट के बाद भारत वापस लौट आएंगे.
क्लार्क ने मंगलवार को एक चैनेस से कहा, "विराट कोहली को वनडे और टी-20 में फ्रंट से लीड करना होगा. कोहली केवल एक टेस्ट मैच खेलेंगे, लेकिन फिर भी वो टेस्ट मैचों के नतीजों पर असर डाल सकते हैं."
उन्होंने कहा, " अगर भारतीय टीम वनडे और टी-20 में सफल नहीं हो पाती है तो टेस्ट में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और उन्हें 0-4 से हार का सामना करना पड़ सकता है."
क्लार्क का मानना है कि भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आक्रामक होकर गेंदबाजी करने की जरूरत है क्योंकि कंगारूओं की बल्लेबाजी पिछली बार के मुकाबले में इस बार काफी मजबूत है.
पूर्व कप्तान ने कहा, "वो (बुमराह) काफी तेज हैं, इसलिए मेरा मानना है कि उन्हें टोन सेट करने की जरूरत है और साथ ही उन्हें आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के सामने आक्रामक गेंदबाजी करने की जरूरत है."
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इस बीच, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ कर दिया है कि भारत और ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीमों के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला एडिलेड में तय कार्यक्रम के अनुरूप ही होगा.