नई दिल्ली: भारत के पूर्व चयनकर्ता सरनदीप सिंह ने टेस्ट टीम से हार्दिक पांड्या को नजरअंदाज करने पर मौजूदा समिति के फैसने का समर्थन करते हुए कहा कि यह हरफनमौला खिलाड़ी अगर गेंदबाजी में योगदान नहीं देता है तो वह छोटे प्रारूपों के टीम में भी जगह का हकदार नहीं है.
हार्दिक की 2019 में पीठ की सर्जरी हुई थी. इसके बाद से वह नियमित रूप से गेंदबाजी नहीं कर रहे है और टीम को उनके हरफनमौला कौशल का फायदा नहीं मिल रहा है. इसी वजह से उन्हें इंग्लैंड दौरे पर गयी भारतीय टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली है.
सरनदीप का कार्यकाल इस साल ऑस्ट्रेलिया दौरे के साथ समाप्त हुआ था. उन्होंने इंग्लैंड दौरे के लिए प्रतिभाशाली पृथ्वी साव को टीम में जगह नहीं मिलने पर हैरानी जतायी.
भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर सरनदीप ने कहा, "हार्दिक को टेस्ट के लिए नजरअंदाज करने का चयनकर्ताओं का फैसला समझ में आता है. वह अपनी सर्जरी के बाद नियमित रूप से गेंदबाजी नहीं कर पाए हैं। मुझे लगता है कि उन्हें छोटे प्रारूपों में भी अंतिम एकादश का हिस्सा बनने के लिए वनडे में 10 और टी20 में चार ओवर करने होंगे। वह सिर्फ बल्लेबाज के रूप में नहीं खेल सकते."
उन्होंने कहा, "अगर हार्दिक गेंदबाजी नहीं करता है, तो यह टीम के संतुलन पर काफी असर डालता है. आपको उसकी वजह से एक अतिरिक्त गेंदबाज को टीम में रखना होगा जिससे सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी को बाहर करना होगा. हम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में इसका असर देख चुके है. हम गेंदबाजी में सिर्फ पांच विकल्पों के साथ नहीं उतर सकते."
उन्होंने कहा, "अब टीम के पास अब वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल, जड्डू (रविन्द्र जडेजा) के रूप में अन्य हरफनमौला खिलाड़ी हैं, शार्दुल ठाकुर भी एक हरफनमौला बन सकते है. उन्होंने यह दिखाया है. अगर हार्दिक गेंदबाजी नहीं कर सकते तो ये सभी इस काम को कर सकते हैं."