नई दिल्ली: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि उन्हें यकीन है कि अब विराट कोहली के लिए कुछ भी नहीं बदला होगा, क्योंकि वो अब सभी प्रारूपों में भारत के कप्तान नहीं हैं और स्टाइलिश बल्लेबाज भी उसी तरह सोच रहे होंगे.
कोहली ने इस महीने की शुरुआत में भारत के टेस्ट कप्तान का पद छोड़ दिया था. इस बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने कहा, उनके लिए कुछ भी नहीं बदला है.
गंभीर ने स्पोर्ट्स टुडे को बताया, जब आप एक बच्चे के रूप में बड़े हो रहे होते हैं तो आप देश के लिए गेम जीतने की कोशिश करना चाहते हैं और ये सब मायने रखता है. आप पहले दिन से टीम की कप्तानी करने का सपना नहीं देखते हैं, इसलिए मेरे लिए कुछ भी नहीं बदला है. अगर ऐसा होता है तो ये कुछ गंभीर रूप से गलत है. कप्तानी सिर्फ एक सम्मान और जिम्मेदारी है और मुझे यकीन है कि विराट भी ऐसा ही सोच रहे होंगे.
साथ ही उन्होंने भारतीय टीम को एक सुझाव देते हुए कहा कि टीम को एक तेजतर्रार ऑलराउंडर की तलाश से आगे बढ़ना होगा और खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के बजाय घरेलू क्रिकेट में तैयार करना होगा. हार्दिक पांड्या पिछले तीन सालों से चोटों से जूझ रहे हैं. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने सीमित ओवरों और टेस्ट प्रारूप में ऑलराउंडर की स्थिति में कई खिलाड़ियों को आजमाया है.
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इस पर गंभीर ने कहा, "अगर आपके पास कुछ नहीं है, तो उसके लिए मत जाइए। आपको स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगा और खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के बजाय घरेलू क्रिकेट में तैयार करना होगा."
उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा माना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट किसी को तैयार करने के बारे में नहीं है. घरेलू और भारत ए स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार करना चाहिए. जब आप अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, तो आपको वहां जाने और सीधे प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहना चाहिए."
इस महीने की शुरुआत में वेंकटेश अय्यर को साउथ अफ्रीका में तीन मैचों की वनडे सीरीज में बतौर ऑलराउंडर मौका दिया गया था. हालांकि, उन्हें पहले मैच में गेंदबाजी करने का मौका नहीं मिला और फिर उन्हें तीसरे मैच के लिए बाहर कर दिया गया.
उन्हें 6 फरवरी से वेस्टइंडीज की मेजबानी करने वाली वनडे टीम से आराम दिया गया है, जिसे लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं. गंभीर ने कहा कि एक बार किसी खिलाड़ी का चयन हो जाने के बाद उसे ज्यादा से ज्यादा मौके देने होते हैं.