नई दिल्ली : भारत के पूर्व तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के उद्घाटन सत्र के बारे में एक बड़ा खुलासा किया कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) में शामिल होना उनका शुरुआती रुझान नहीं था और इसका हिस्सा बनने में उन्हें झिझक क्यों थी.
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू के दौरान, प्रवीण कुमार ने खुलासा किया कि मेरठ के करीब होने के कारण उन्होंने शुरू में दिल्ली डेयरडेविल्स में शामिल होना पसंद किया.
हालांकि, आरसीबी के साथ अनजाने में एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के कारण वो ऐसा नहीं कर पाए. जब उन्होंने अपनी बात रखने के लिए ललित मोदी से संपर्क किया, तो तत्कालीन आईपीएल आयुक्त ने उनका करियर खत्म करने की धमकी दी.
प्रवीण कुमार ने कहा, 'मैं आरसीबी के लिए नहीं खेलना चाहता था क्योंकि बैंगलोर मेरे स्थान से काफी दूर था, मुझे अंग्रेजी नहीं आती थी और खाना मेरी पसंद का नहीं था. दिल्ली मेरठ से काफी करीब है, जिससे मुझे कभी-कभार अपने घर जाने का समय भी मिल जाता'.
'हालांकि, वहां एक व्यक्ति था जिसने मुझसे एक कागज पर हस्ताक्षर करवाए. मुझे नहीं पता था कि यह अनुबंध था. मैंने उनसे कहा कि मैं दिल्ली के लिए खेलना चाहता हूं, बैंगलोर के लिए नहीं. ललित मोदी ने मुझे फोन किया और धमकी दी कि वो मेरा करियर खत्म कर देंगे'.
इसी इंटरव्यू में उन्होंने बॉल-टेम्परिंग के मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा कि यह खिलाड़ियों के बीच एक व्यापक प्रथा है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी गेंदबाज रिवर्स स्विंग हासिल करने की अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए अक्सर इसमें शामिल होते थे.
'हर कोई इसे थोड़ा बहुत करता है. पाकिस्तानी गेंदबाज इसे थोड़ा अधिक करते हैं. यही मैंने सुना है. अब, हर जगह कैमरे हैं. पहले, हर कोई ऐसा करता था. हर कोई यह जानता भी है कि वे गेंद को एक तरफ से खरोंच देंगे तो उन्हें गेंदबाजी में थोड़ी मदद मिलेगी, लेकिन आपको यह भी जानना होगा कि उस कौशल का उपयोग कैसे किया जाए. अगर मैं गेंद को खरोंचता हूं और किसी को देता हूं, तो उसे रिवर्स-स्विंग करना आना चाहिए. इसलिए उसे पहले अच्छी तरह यह सीखना होगा'.