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ETV BHARAT EXCLUSIVE : ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल होने पर डायना एडुल्जी ने कहा, महिला क्रिकेट के लिए यह गर्व का क्षण

Diana Edulji Exclusive Interview : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को 3 खिलाड़ियों के उल्लेखनीय करियर को श्रद्धांजलि देते हुए तीन पूर्व क्रिकेटरों - वीरेंद्र सहवाग, डायना एडुल्जी और अरविंदा डी सिल्वा को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है. इस बीच डायना एडुल्जी ने ईटीवी भारत के प्रतीक पार्थसारथी के साथ एक विशेष इंटरव्यू में क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल होने पर अपनी प्रतिक्रिया साझा की है.

Diana Edulji
डायना एडुल्जी
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 13, 2023, 6:29 PM IST

हैदराबाद : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को तीन क्रिकेटरों को अपने प्रतिष्ठित क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया. इस तिकड़ी में भारत के दमदार ओपनर वीरेंद्र सहवाग, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टेस्ट कप्तान डायना एडुल्जी और श्रीलंका की पूर्व स्टार बल्लेबाज अरविंदा डी सिल्वा शामिल हैं.

आईसीसी ने अपने बयान में कहा, 'खेल के तीन महान खिलाड़ी आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले नवीनतम खिलाड़ी बन गए हैं'. इन क्रिकेटरों के शामिल होने से ICC हॉल ऑफ फेम में सम्मानित क्रिकेटरों की कुल संख्या 112 हो गई है. इस सूची में भारत के 8 खिलाड़ी हैं, जिनमें सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीनू मांकड़ जैसे दिग्गज शामिल हैं. और अब, डायना एडुल्जी और वीरेंद्र सहवाग भी इसमें शामिल हो गए हैं.'

  • Indian cricketers inducted into ICC Hall Of Fame:

    1. Sunil Gavaskar.
    2. Bishan Singh Bedi.
    3. Kapil Dev.
    4. Anil Kumble.
    5. Rahul Dravid.
    6. Sachin Tendulkar.
    7. Vinoo Mankad.
    8. Diana Edulji.
    9. Virender Sehwag. pic.twitter.com/3sLKcjhoht

    — Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एडुल्जी का शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि वह आईसीसी हॉल ऑफ फेम की शोभा बढ़ाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं. आईसीसी ने डायना के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला, जिसमें तीन आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में उनका नेतृत्व भी शामिल है. एडुल्जी ने 1978 और 1993 में भारत की कप्तानी की. उनके कीर्तिमानों में उनके दूसरे टेस्ट मैच में अर्धशतक और 8 साल बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6-64 का उल्लेखनीय गेंदबाजी प्रदर्शन शामिल है.

आईसीसी ने एडुल्जी के योगदान की घोषणा करते हुए कहा, '17 साल के अंतरराष्ट्रीय खेल करियर और भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल घरेलू टीम की स्थापना में उनकी अहम भूमिका के कारण एडुल्जी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं'.

ईटीवी भारत से बात करते हुए एडुल्जी ने कहा कि आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में उनका शामिल होना पूरी तरह से अप्रत्याशित था. उन्होंने कहा, 'यह न सिर्फ मेरे लिए बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट और बीसीसीआई के लिए भी बड़ा सम्मान है'. उन्होंने अपने परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों और भारत की क्रिकेट संचालन संस्था (बीसीसीआई) के समर्थन को स्वीकार किया.

उन्होंने कहा, 'मैं इस उपलब्धि के लिए आईसीसी और हॉल ऑफ फेम वोटिंग कमेटी का आभार व्यक्त करना चाहूंगी. यह पूरी तरह से अप्रत्याशित था और मैं इसे उन सभी को समर्पित करूंगी जो मेरे साथ खड़े रहे और मेरा मार्गदर्शन किया'. एडुल्जी 2017 में बीसीसीआई को चलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) का हिस्सा थीं.

अपनी क्रिकेट यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों पर विचार करते हुए, अनुभवी क्रिकेटर ने कहा, 'हमें अपने समय के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें मीडिया कवरेज की कमी भी शामिल थी. हालांकि, हमारे पास अपने देश और क्रिकेट के लिए सब कुछ करने का जोश और उत्साह था. अब आईसीसी से मिला सम्मान पूरी महिला क्रिकेट बिरादरी के लिए गर्व का क्षण है'.

पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने विश्व स्तर पर महिला क्रिकेट की प्रगति को देखकर खुशी व्यक्त की और वरिष्ठ खिलाड़ियों को आईसीसी ट्रॉफी जीतकर भारत की अंडर-19 लड़कियों की सफलता को दोहराने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा, 'मैं चाहूंगी कि सीनियर खिलाड़ी आगे आएं और आईसीसी ट्रॉफियां घर लेकर आएं, जैसे हमारी युवा लड़कियों ने अंडर-19 में किया था'.

उभरती महिला क्रिकेटरों को एक मैसेज देते हुए, एडुल्जी ने कहा, 'अब लड़कियां भी क्रिकेट को अपना करियर बना सकती हैं. महिलाओं के लिए पुरुषों की तरह आगे बढ़ने और महिला क्रिकेट में भारत को और अधिक गौरव दिलाने के लिए मंच तैयार है. दृढ़ता और आवश्यक कौशल रखें, और आपको रोकने वाला कोई नहीं है'.

आईसीसी हॉल ऑफ फैम में शामिल होने वाले अन्य दो खिलाड़ी :-

वीरेंद्र सहवाग- विस्फोटक पूर्व सलामी बल्लेबाज को भी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह देकर सम्मानित किया गया था. 2007 में ICC T20 विश्व कप और 2011 में ICC पुरुष वनडे विश्व कप में भारत के विजयी अभियानों के एक महत्वपूर्ण सदस्य, सहवाग के उल्लेखनीय करियर में 23 टेस्ट शतक शामिल हैं, जिसमें 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 का उच्चतम स्कोर भी शामिल है. 2011 विश्व कप के दौरान 380 रनों के उनके योगदान ने भारत को अपना दूसरा वर्ल्ड कप खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

अरविंदा डी सिल्वा- तीसरे शामिल खिलाड़ी, अरविंदा डी सिल्वा, 1996 आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप में श्रीलंका की जीत में एक प्रमुख खिलाड़ी थे. डी सिल्वा ने अपने 18 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 20 टेस्ट शतक बनाए, जिससे वह श्रीलंकाई पुरुष खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा शतक बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर रहे. उनका कौशल सफेद गेंद क्रिकेट में खूब देखने को मिला और उन्होंने 308 एकदिवसीय मैचों में 11 शतक बनाए.

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हैदराबाद : अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को तीन क्रिकेटरों को अपने प्रतिष्ठित क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया. इस तिकड़ी में भारत के दमदार ओपनर वीरेंद्र सहवाग, पूर्व भारतीय महिला क्रिकेट टेस्ट कप्तान डायना एडुल्जी और श्रीलंका की पूर्व स्टार बल्लेबाज अरविंदा डी सिल्वा शामिल हैं.

आईसीसी ने अपने बयान में कहा, 'खेल के तीन महान खिलाड़ी आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले नवीनतम खिलाड़ी बन गए हैं'. इन क्रिकेटरों के शामिल होने से ICC हॉल ऑफ फेम में सम्मानित क्रिकेटरों की कुल संख्या 112 हो गई है. इस सूची में भारत के 8 खिलाड़ी हैं, जिनमें सुनील गावस्कर, बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीनू मांकड़ जैसे दिग्गज शामिल हैं. और अब, डायना एडुल्जी और वीरेंद्र सहवाग भी इसमें शामिल हो गए हैं.'

  • Indian cricketers inducted into ICC Hall Of Fame:

    1. Sunil Gavaskar.
    2. Bishan Singh Bedi.
    3. Kapil Dev.
    4. Anil Kumble.
    5. Rahul Dravid.
    6. Sachin Tendulkar.
    7. Vinoo Mankad.
    8. Diana Edulji.
    9. Virender Sehwag. pic.twitter.com/3sLKcjhoht

    — Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 13, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

एडुल्जी का शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि वह आईसीसी हॉल ऑफ फेम की शोभा बढ़ाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बन गई हैं. आईसीसी ने डायना के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला, जिसमें तीन आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में उनका नेतृत्व भी शामिल है. एडुल्जी ने 1978 और 1993 में भारत की कप्तानी की. उनके कीर्तिमानों में उनके दूसरे टेस्ट मैच में अर्धशतक और 8 साल बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6-64 का उल्लेखनीय गेंदबाजी प्रदर्शन शामिल है.

आईसीसी ने एडुल्जी के योगदान की घोषणा करते हुए कहा, '17 साल के अंतरराष्ट्रीय खेल करियर और भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे सफल घरेलू टीम की स्थापना में उनकी अहम भूमिका के कारण एडुल्जी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं'.

ईटीवी भारत से बात करते हुए एडुल्जी ने कहा कि आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में उनका शामिल होना पूरी तरह से अप्रत्याशित था. उन्होंने कहा, 'यह न सिर्फ मेरे लिए बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट और बीसीसीआई के लिए भी बड़ा सम्मान है'. उन्होंने अपने परिवार, दोस्तों, प्रशंसकों और भारत की क्रिकेट संचालन संस्था (बीसीसीआई) के समर्थन को स्वीकार किया.

उन्होंने कहा, 'मैं इस उपलब्धि के लिए आईसीसी और हॉल ऑफ फेम वोटिंग कमेटी का आभार व्यक्त करना चाहूंगी. यह पूरी तरह से अप्रत्याशित था और मैं इसे उन सभी को समर्पित करूंगी जो मेरे साथ खड़े रहे और मेरा मार्गदर्शन किया'. एडुल्जी 2017 में बीसीसीआई को चलाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) का हिस्सा थीं.

अपनी क्रिकेट यात्रा के दौरान आने वाली चुनौतियों पर विचार करते हुए, अनुभवी क्रिकेटर ने कहा, 'हमें अपने समय के दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिसमें मीडिया कवरेज की कमी भी शामिल थी. हालांकि, हमारे पास अपने देश और क्रिकेट के लिए सब कुछ करने का जोश और उत्साह था. अब आईसीसी से मिला सम्मान पूरी महिला क्रिकेट बिरादरी के लिए गर्व का क्षण है'.

पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने विश्व स्तर पर महिला क्रिकेट की प्रगति को देखकर खुशी व्यक्त की और वरिष्ठ खिलाड़ियों को आईसीसी ट्रॉफी जीतकर भारत की अंडर-19 लड़कियों की सफलता को दोहराने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा, 'मैं चाहूंगी कि सीनियर खिलाड़ी आगे आएं और आईसीसी ट्रॉफियां घर लेकर आएं, जैसे हमारी युवा लड़कियों ने अंडर-19 में किया था'.

उभरती महिला क्रिकेटरों को एक मैसेज देते हुए, एडुल्जी ने कहा, 'अब लड़कियां भी क्रिकेट को अपना करियर बना सकती हैं. महिलाओं के लिए पुरुषों की तरह आगे बढ़ने और महिला क्रिकेट में भारत को और अधिक गौरव दिलाने के लिए मंच तैयार है. दृढ़ता और आवश्यक कौशल रखें, और आपको रोकने वाला कोई नहीं है'.

आईसीसी हॉल ऑफ फैम में शामिल होने वाले अन्य दो खिलाड़ी :-

वीरेंद्र सहवाग- विस्फोटक पूर्व सलामी बल्लेबाज को भी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह देकर सम्मानित किया गया था. 2007 में ICC T20 विश्व कप और 2011 में ICC पुरुष वनडे विश्व कप में भारत के विजयी अभियानों के एक महत्वपूर्ण सदस्य, सहवाग के उल्लेखनीय करियर में 23 टेस्ट शतक शामिल हैं, जिसमें 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 319 का उच्चतम स्कोर भी शामिल है. 2011 विश्व कप के दौरान 380 रनों के उनके योगदान ने भारत को अपना दूसरा वर्ल्ड कप खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

अरविंदा डी सिल्वा- तीसरे शामिल खिलाड़ी, अरविंदा डी सिल्वा, 1996 आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप में श्रीलंका की जीत में एक प्रमुख खिलाड़ी थे. डी सिल्वा ने अपने 18 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 20 टेस्ट शतक बनाए, जिससे वह श्रीलंकाई पुरुष खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा शतक बनाने के मामले में तीसरे स्थान पर रहे. उनका कौशल सफेद गेंद क्रिकेट में खूब देखने को मिला और उन्होंने 308 एकदिवसीय मैचों में 11 शतक बनाए.

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