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आज की तुलना में हमारे समय में पत्रकारों के साथ समीकरण काफी बेहतर थे: रवि शास्त्री - Wridhiman saha and journalist

भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 एकदिवसीय खेलने वाले इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि मीडिया हर युग और समय से जुड़ रहा है. इसमें काफी विकास हुआ है. मीडिया हाउस, इलेक्ट्रॉनिक और अब डिजिटल मीडिया के आने के बाद खिलाड़ियों के लिए दोस्त बने रहना बहुत मुश्किल है.

Equations with journalists were much better in our time than today: Ravi Shastri
Equations with journalists were much better in our time than today: Ravi Shastri
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Published : Mar 1, 2022, 1:29 PM IST

मुंबई: भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना ​​है कि उनकी पीढ़ी के खिलाड़ियों का पत्रकारों के साथ जैसा बेहतर तालमेल था, वो मौजूदा दौर के क्रिकेटरों और उन्हें कवर करने वाले लेखकों की तुलना में कहीं बेहतर था.

भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 एकदिवसीय खेलने वाले इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि मीडिया हर युग और समय से जुड़ रहा है. इसमें काफी विकास हुआ है. मीडिया हाउस, इलेक्ट्रॉनिक और अब डिजिटल मीडिया के आने के बाद खिलाड़ियों के लिए दोस्त बने रहना बहुत मुश्किल है.

शास्त्री ने खालिद ए-एच अंसारी के एक संस्मरण 'इट्स ए वंडरफुल वर्ल्ड' के लॉन्च पर कहा, "मुझे लगता है कि इसमें काफी बदलाव हुआ है. जब हम खेल रहे थे तब से काफी बदलाव हुआ है. पत्रकारों के साथ हमारे जो समीकरण थे, वह आज के खिलाड़ियों के मुकाबले काफी बेहतर थे. मैं पिछले सात सालों से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा हूं."

ये भी पढ़ें- रूस के खिलाफ जंग जारी: अंतरराष्ट्रीय खेलों से रूस को 'आईसोलेट' करने की लिस्ट में जुड़ा FIFA

शास्त्री के इन बातों के संदर्भ को समझना मुश्किल नहीं था क्योंकि हाल ही में भारत के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने आरोप लगाया था कि एक पत्रकार ने साक्षात्कार के लिए उन्हें कथित रूप से धमकी दी थी.

शास्त्री उन प्रमुख पूर्व खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने साहा से पत्रकार का सार्वजनिक रूप से नाम लेने और उन्हें शर्मसार करने का आग्रह किया था.

इस पूर्व हरफनमौला ने कहा कि वो इन चीजों के लिए हालांकि पत्रकारों और खिलाडियों को दोषी नहीं मानते है.

उन्होंने कहा, ठहालांकि मैं लोगों (पत्रकारों और खिलाड़ियों) को दोष नहीं देना चाहता हूं, क्योंकि आज के खिलाड़ियों पर जो सुर्खियां मिलती है, वैसा हमारे समय में नहीं था. हमारे समय में प्रिंट मीडिया के अलावा टेलीविजन (दूरदर्शन) शुरू ही हुआ था. लेकिन आज मीडिया और सोशल मीडिया में मौजूद मंचों के साथ, खेल को कवर करने वाले समाचार चैनलों की संख्या अविश्वसनीय रूप से काफी ज्यादा है."

मुंबई: भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना ​​है कि उनकी पीढ़ी के खिलाड़ियों का पत्रकारों के साथ जैसा बेहतर तालमेल था, वो मौजूदा दौर के क्रिकेटरों और उन्हें कवर करने वाले लेखकों की तुलना में कहीं बेहतर था.

भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 एकदिवसीय खेलने वाले इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा कि मीडिया हर युग और समय से जुड़ रहा है. इसमें काफी विकास हुआ है. मीडिया हाउस, इलेक्ट्रॉनिक और अब डिजिटल मीडिया के आने के बाद खिलाड़ियों के लिए दोस्त बने रहना बहुत मुश्किल है.

शास्त्री ने खालिद ए-एच अंसारी के एक संस्मरण 'इट्स ए वंडरफुल वर्ल्ड' के लॉन्च पर कहा, "मुझे लगता है कि इसमें काफी बदलाव हुआ है. जब हम खेल रहे थे तब से काफी बदलाव हुआ है. पत्रकारों के साथ हमारे जो समीकरण थे, वह आज के खिलाड़ियों के मुकाबले काफी बेहतर थे. मैं पिछले सात सालों से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा हूं."

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शास्त्री के इन बातों के संदर्भ को समझना मुश्किल नहीं था क्योंकि हाल ही में भारत के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने आरोप लगाया था कि एक पत्रकार ने साक्षात्कार के लिए उन्हें कथित रूप से धमकी दी थी.

शास्त्री उन प्रमुख पूर्व खिलाड़ियों में से एक थे जिन्होंने साहा से पत्रकार का सार्वजनिक रूप से नाम लेने और उन्हें शर्मसार करने का आग्रह किया था.

इस पूर्व हरफनमौला ने कहा कि वो इन चीजों के लिए हालांकि पत्रकारों और खिलाडियों को दोषी नहीं मानते है.

उन्होंने कहा, ठहालांकि मैं लोगों (पत्रकारों और खिलाड़ियों) को दोष नहीं देना चाहता हूं, क्योंकि आज के खिलाड़ियों पर जो सुर्खियां मिलती है, वैसा हमारे समय में नहीं था. हमारे समय में प्रिंट मीडिया के अलावा टेलीविजन (दूरदर्शन) शुरू ही हुआ था. लेकिन आज मीडिया और सोशल मीडिया में मौजूद मंचों के साथ, खेल को कवर करने वाले समाचार चैनलों की संख्या अविश्वसनीय रूप से काफी ज्यादा है."

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