कोलंबो: श्रीलंका के आक्रामक सलामी बल्लेबाज दनुष्का गुणातिलक ने सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाने के लिए 30 साल की उम्र में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने शनिवार को यह जानकारी दी.
एसएलसी ने कहा कि यह बल्लेबाज अब सीमित ओवरों के क्रिकेट पर ध्यान लगाएगा.
जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के उल्लंघन के लिए गुणातिलक, कुसाल मेंडिस और निरोशन डिकवेला पर लगा एक साल का प्रतिबंध तुरंत प्रभव से हटाने के एक दिन बाद और 30 साल के एक अन्य बल्लेबाज भानुका राजपक्षे के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद गुणातिलक ने यह घोषणा की.
गुणातिलक ने कहा कि उन्होंने सभी पहलुओं के विश्लेषण के बाद यह फैसला किया है. वह 2018 से टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले हैं. उन्होंने आठ टेस्ट में दो अर्धशतक की मदद से 299 रन बनाए हैं जिसमें उनका शीर्ष स्कोर 61 रन रहा.
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गुणातिलक का सीमित ओवरों के क्रिकेट में रिकॉर्ड बेहतर है. उन्होंने 44 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में 36.19 के औसत से 1520 रन बनाने के अलावा 30 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 121.62 के स्ट्राइक रेट से 568 रन बनाए हैं.
पिछले साल श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल के नियमों का उल्लंघन करने के लिए गुणातिलक, मेंडिस और डिकवेला पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से एक साल का प्रतिबंध लगाया गया था. इस प्रतिबंध में घरेलू क्रिकेट से छह महीने का निलंबन और लगभग 50 हजार डॉलर का जुर्माना भी शामिल था.
गुणातिलक को अनुशासनात्मक कारणों से परेशानी का सामना करना पड़ता रहा है. 2015 के अंत में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण के बाद से गुणातिलक को एसएलसी तीन बार निलंबित कर चुका है.