नई दिल्ली : जसप्रीत बुमराह शानदार फॉर्म में चल रहे है. अफगानिस्तान के खिलाफ विश्व कप के अपने दूसरे मैच में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत 4 विकेट हासिल की थी. 11 महीने पीठ के निचले हिस्से में तनाव की चोट से उबरने वाले भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गेंद के साथ उनकी प्रतिभा दिख रही है. एक्शन में उनकी वापसी सहज रही है, पहले उन्होंने एशिया कप में जादुई आंकड़े हासिल किए और अब विश्व कप 2023 में एक शीर्ष गेंदबाज की प्रतिष्ठा बना रहे हैं.
मध्यक्रम में वापसी के बाद से, बुमराह ने 11 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 24 विकेट लिए हैं, और 4.3 रन प्रति ओवर की मजबूत इकॉनोमी से रन दिए हैं . खेल की शुरुआत में ही आक्रमण करने की उनकी प्रवृत्ति, उनको अलग बना रही है. शुरुआती स्ट्राइकर होने की अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखते हुए, बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने दूसरे ओवर में सफलता हासिल की और इसके बाद दिल्ली में अफगानिस्तान के खिलाफ तीसरे ओवर में विकेट लिया.
दिल्ली में 4.9 की इकोनॉमी रेट से चार विकेट लेने के आंकड़े ने उनके लिए चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ आने वाले बड़े मुकाबले में खेलने के लिए मंच तैयार कर दिया है. हालाँकि, बुमराह, जो आम तौर पर अपनी उपलब्धियों और गेंद से पैदा होने वाली गति को कम महत्व देते हैं, ने कहा कि उनके लिए यह तैयारी हर किसी मैच के लिए है.
उन्होंने आगे कहा कि 'मैं परिणामोन्मुख नहीं हूँ. सिर्फ इसलिए कि मैंने चार विकेट लिए हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं बहुत खुश हूं या मैंने कुछ असाधारण किया है. मैं बस अपनी तैयारी के साथ चलता हूं.' मुझे जो प्रक्रिया सही लगती है, मैं वही करता हूं मैं विकेटों को पढ़ने की कोशिश करता हूं और उस विकेट पर काम करने वाले सर्वोत्तम हल ढूंढने की कोशिश करता हूं.
पिछली रात अरुण जेटली स्टेडियम में, बुमराह ने शुरुआती तीन ओवर फेंके थे. एक शुरूआती गेंदबाज के रूप में, उन्होंने पहले आक्रमण किया और उसके बाद अपने दूसरे स्पैल में धीमी गेंद पर एक और विकेट लिया और एक ओवर में दो डेथ ओवरों के साथ गेंदबाजी की, जिसने अफगानिस्तान को विशाल रनो की ओर बढ़ने से रोक दिया.
बुमराह ने कहा कि 'मैं परिणामों के बारे में नहीं सोच रहा हूं क्योंकि मुझे आज परिणाम मिले हैं, इसलिए मैं बहुत अच्छा हूं. मैं अपनी ताकत पर काम करने के बारे में सोच रहा हूं, विकेट को समझने की कोशिश कर रहा हूं और अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं.
बता दें कि जिस तरह से उन्होंने अपने स्पैल में विकट परिस्थितियों में गेंदबाजी की, जो तेज गेंदबाजों के लिए आसान नहीं थी. इस बेहतरीन स्पेल से उनकी प्रतिभा झलकती है. उन्होंने नई गेंद को अलग तरीके से संभाला और पुरानी गेंद को दूसरे दृष्टिकोण से संभाला, अफगानिस्तान के खिलाफ बुमराह की बहुमुखी प्रतिभा सामने आई.
बुमराह को टीम में लौटे हुए डेढ़ महीने से अधिक समय हो गया है. लेकिन उनसे पूछने पर कि क्या वह हर खेल के साथ बेहतर हो रहे हैं तो वह सवाल को ऐसे टाल देते है बुमराह का कहना है कि 'मैं एक अलग व्यक्ति हूं. मुझे नहीं पता कि दुनिया में क्या चल रहा है. मैं अपनी तैयारियों को देखता हूं. मैं सिर्फ यह देखता हूं कि मुझे उस दिन क्या करना है और जाहिर तौर पर खेल और अपनी ताकत को पढ़ता हूं. यही चीज़ मेरे लिए अतीत में काम आई है और आगे भी चलती रहेगी.
बुमराह की प्रतिभा उनकी ध्यान केंद्रित करने, भीड़ में अकेले रहने और अपनी लक्ष्य पर फोकस करने और अपने लक्ष्यों के बारे में अकेले सोचने की क्षमता से उपजी है. वह जो खुद में सरल व्यक्ति है, वह उनको अलग बना देता है. जिसे उसके कई सहयोगी समझने में विफल रहते हैं.