लॉडरहिल : टी-20 विश्व कप अगले साल ऑस्ट्रेलिया में खेला जाना है. इस समय विंडीज मौजूदा टी-20 चैम्पियन है. ऐसे में खेल के सबसे छोटे प्रारुप में एक मजबूत प्रतिद्वंदी के साथ ही भारत अपनी विश्व कप तैयारियां शुरू करने पर ध्यान दे रहा है.
विश्वकप से पहले 25-26 मैच खेलेंगे
कोहली ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में शुक्रवार को कहा, "बिल्कुल, हमारे पास विश्व कप से पहले 25-26 मैच हैं. सभी मैचों में आप उसी तरह से देखेंगे कि आपका एक स्थिति के हिसाब से अच्छा संयोजन बन सके क्योंकि जब आप ऑस्ट्रेलिया में खेलेंगे तो आपका संयोजन अलग होगा.
WIvsIND: विंडीज के खिलाफ सीरीज के साथ टी-20 विश्व कप की तैयारी शुरू करेगा भारत
टीम के हिसाब से कौन किस स्थिति में कैसा प्रदर्शन कर रहा, ये भी आपको पता चलेगा. ये इस स्तर की क्रिकेट पर यह आम प्रक्रिया है जिसे आप एक बड़े टूर्नामेंट की तैयारी के लिए उपयोग में लेते हैं."
सर्वश्रेष्ठ 15 और सर्वश्रेष्ठ 11 का चयन
कोहली ने कहा, "ऐसा कोई मैच नहीं होता जिसमें परिणाम मायने नहीं रखते क्योंकि अगर आप टीम बनाना चाहते और उसमें आत्मविश्वास भरना चाहते हैं तो ये जरूरी है कि परिणाम सकरात्मक हों. इसलिए ये खिलाड़ियों पर निर्भर करता है कि वो किस तरह से खेलते हैं. आने वाले दिनों में हमारा ध्यान इसी पर रहेगा कि हम अपनी सर्वश्रेष्ठ 15 और सर्वश्रेष्ठ 11 का चयन करें."
भारत को हाल ही में इंग्लैंड में खेले गए वनडे विश्व कप में सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हार का सामना करना पड़ा था. कोहली ने कहा कि टीम अब उस सदमे से बाहर निकल चुकी है और अपने आप को दोबारा तैयार करने में लगी है.
विश्व खिताब के लिए दोबारा ताल ठोकेंगे
कोहली ने कहा, "ज्यादा क्रिकेट खेलने का एक फायदा यही है कि आपके पास आगे के लिए सोचने के लिए कुछ न कुछ होता है. हमारी टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं. उनके लिए हर मैच बड़ा है. हमारे सामने आगे टी-20 विश्व कप है, टेस्ट चैम्पियनशिप है. हम दोबारा खड़े होने की तैयारी में हैं. आप अतीत को हमेशा अपने साथ लेकर नहीं चल सकते. हम एक बार फिर मेहनत करेंगे, एक बार फिर तैयारी करेंगे और फिर विश्व खिताब के लिए दोबारा ताल ठोकेंगे."
विश्वकप प्रदर्शन से संतुष्ट
कप्तान ने कहा, "विश्व कप से बाहर होने के बाद के कुछ दिन हमारे लिए बेशक काफी मुश्किल थे. हर सुबह उठकर उसी चीज की याद आना दुखद था, लेकिन हम पेशेवर हैं, हमें आगे बढ़ना होता है. हमने जो विश्व कप में प्रदर्शन किया उससे हम कई हद तक संतुष्ट हैं. हमने अभ्यास किया और उसमें सभी अच्छी स्थिति में थे. हम आने वाले दिनों में जो जरूरी है उस पर ध्यान दे रहे हैं अतीत पर नहीं."
युवाओं के पास अपने आप को साबित करने का मौका
इस सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी और हार्दिक पांड्या नहीं हैं. पांड्या को चयन समिति ने आराम दिया है जबकि धोनी ने सेना के साथ समय बिताने के कारण आराम मांगा था. कोहली को लगता है कि इन दोनों की गैरमौजूदगी में युवाओं के पास अपने आप को साबित करने का मौका है.
अगले साल टी-20 विश्व कप है
कप्तान ने कहा, "जो खिलाड़ी आ रहे हैं उनके लिए ये बड़ा मौका है कि वो उन जरूरतों पर खरा उतर सकें जो एक टीम के तौर पर हमें उनसे हैं और अपनी जगह पक्की कर सकें. पांड्या और धोनी का न होना हमारे लिए आम स्थिति नहीं है लेकिन ये युवाओं के लिए मौका है कि आगे आकर अच्छा करें. हमारे सामने अगले साल टी-20 विश्व कप है उसके लिहाज से इन सभी युवाओं के लिए ये शानदार मौका है कि वह अपने आप को साबित करें."
टीम के सीनियर खिलाड़ी शिखर धवन अंगूठे की चोट के कारण विश्व कप से बाहर हो गए हैं. धवन के बारे में जानकारी देते हुए कोहली ने कहा, "धवन पूरी तरह से फिट हैं और खेलने को तैयार हैं."
अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा मिले
सीरीज के शुरुआती दो मैच अमेरिका में आयोजित किए जा रहे हैं ताकि यहां क्रिकेट को बढ़ावा मिले. अमेरिका में क्रिकेट की प्रगाति के बारे में कोहली ने कहा, "हम जितना ज्यादा यहां आकर खेलेंगे उतना यहां के लोग क्रिकेट के बारे में जानेंगे.
उम्मीद है कि आने वाले दिनों में अमेरिका के स्थानीय लोगों में (एशियाई समुदाय, वेस्टइंडीज समुदाय को छोड़कर) क्रिकेट में रुझान बढ़ेगा. मुझे लगता है कि टी-20 क्रिकेट को तो अमेरिका में समझा जाता है, इसकी समय सीमा और रोमांच के कारण. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में यहां क्रिकेट को और बढ़ावा मिलेगा और हम यहां ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट देख सकेंगे."