हैदराबाद : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को टीम की बल्लेबाजी का मजबूत स्तंभ माना जाता है. दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज ने क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए हैं. टीम के लिए उनका योगदान देख कर उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है. उन्होंने सचिन के कई रिकॉर्ड्स को तोड़ा भी है.
शनिवार को विराट ने दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर एबी डीविलियर्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान बताया कि किन तीन कोचों ने उनका करियर आगे बढ़ाने में उनकी मदद की.
![विराट कोहली और एबी डिविलियर्स](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/_4b7cf282-86a0-11ea-a351-6978c1d205f3_2504newsroom_1587800004_906.webp)
विराट कोहली ने बताया कि इस लिस्ट में सबसे पहला नाम भारत को 2011 में विश्व विजेता बनाने वाले कोच गैरी कर्स्टन का लिया. कोहली ने कहा, “जब 19 साल की उम्र में भारतीय टीम में मुझे जगह मिली तो गैरी कर्स्टन पहले कोच थे, जिनसे बातचीत हुई थी और उन्होंने मुझे काफी पॉजिटिव सलाह दी.”
कोहली ने आगे बताया, “मुझे फ्रंट फुट की काफी दिक्कत थी और इस बारे में मैं गैरी से काफी बात किया करता था. तब उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम्हारा सिर एकदम सीधा है और गेंद पैड पर नहीं लग रही है तो फिर फ्रंट फुट के बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं है.”
![विराट कोहली](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/virat-kohli2_2504newsroom_1587811786_171_2504newsroom_1587832921_217.jpg)
फिर कोहली ने दूसरा नाम दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर का ले लिया. कोहली ने कहा, “गैरी कर्स्टन से पहले मार्क बाउचर ने मेरी आईपीएल के दौरान मदद की थी.”
एक वाकये को याद करते हुए विराट ने कहा, “वो मुझे नेट्स में ले जाया करते थे और टेनिस बॉल से शॉर्ट पिच गेंदों की प्रैक्टिस करवाया करते थे. उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर तुम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहते हो तो फिर तुम्हे शॉर्ट बॉल खेलना होगा, नहीं तो क्रिकेट भूल जाओ.”
इस लिस्ट में विराट कोहली का आखिरी नाम भारतीय टीम के पूर्व कोच डंकन फ्लेचर का था.