क्राइस्टचर्च: न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत को 2-0 से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. दूसरे मुकाबले में तीसरे दिन ही भारतीय टीम को 7 विकेट से हार मिली.
न्यूजीलैंड को जीत के लिए 132 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे टीम ने 7 विकेट शेष रहते ही हासिल कर लिया. भारत की सीरीज हार के पीछे का कारण खराब बल्लेबाजी को बताया जा रहा है.
खुद इस पूरे दौरे पर विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा. उन्होंने सीरीज में खेली 11 पारियों में सिर्फ एक बार 50 का आंकड़ा पार किया. कोहली के लिए न्यूजीलैंड का दौरा बहुत ही खराब रहा.
कोहली के लिए इस दौरे की तुलना 2014 के उस इंग्लैंड दौरे से की जा रही है. वो दौरा भी कोहली के लिए बेहद खराब रहा था. खास तौर पर उस दौरे पर कोहली को जेम्स एंडरसन ने परेशान किया था. लेकिन ये दौरा कोहली के लिए उस दौरे से कई लिहाज से खराब रहा है.
इस दौरे की बात करें तो कोहली ने 2 टेस्ट मैचों में सिर्फ 38 रन बनाए. चार पारियों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 19 रन का रहा र औसत रहा 9.50. वहीं अगर इंग्लैंड के उस दौरे के बात करें तो पांच टेस्ट मैचों की 10 पारियों में कोहली ने सिर्फ 134 रन बनाए थे और उनका औसत 13.40 का रहा था.
कम से कम दो टेस्ट मैचों की सीरीज की बात करें तो कोहली के लिए ये दूसरी सबसे खराब सीरीज रही है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2016-17 सीरीज में उन्होंने 3 टेस्ट मैचों की सीरीज की पांच पारियों में 46 रन बनाए थे.
उस सीरीज में कोहली का औसत 9.20 का रहा था. इसके अलावा वेस्टइंडीज के दौरे पर उन्होंने तीन टेस्ट की पांच पारियों में 76 रन बनाए थे.
इसमें उनका औसत 15.20 का रहा था. न्यूजीलैंड के इस पूरे दौरे पर कोहली ने 9 मैच की 11 पारियों में 218 रन बनाए. उनका सर्वाधिक स्कोर 51 का रहा और पूरे दौरे पर औसत 19.81 का रहा जो उनके लिहाज से बहुत ज्यादा कम कहा जाएगा.