दिल्ली : पूर्वी दिल्ली से सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एक बड़ा बयान देते हुए एक इवेंट के दौरान बताया कि वो 2007 में ही क्रिकेट को अलविदा कह देना चाहते थे.
“2007 में, जब मुझे 50 ओवर के विश्व कप के लिए नहीं चुना गया तो वह मेरे क्रिकेटिंग करियर का सबसे मुश्किल समय था. मैंने क्रिकेट छोड़ दिया था. इससे पहले, मैं अंडर-14 और अंडर-19 विश्व कप में भी जगह बनाने से चूक गया था. 2007 में मुझे लगा कि मैं विश्व कप खेलने के लिए सबसे करीब हूं, लेकिन जब उन्होंने मुझे टीम में शामिल नहीं किया, तो मैंने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था.”
गंभीर ने आगे कहा, “फिर मुझे 2007 में टी-20 विश्व कप में चुना गया और मैं पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में बिना कोई रन बनाये आउट हो गया. लेकिन जैसा कि भाग्य में है, मैं विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाला बल्लेबाज रहा (भारत के लिए) और हमने टूर्नामेंट भी जीता. इसलिए किसी को भी हार नहीं माननी चाहिए.”
गौतम गंभीर को आईसीसी विश्व कप 2007 के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं मिली थी. उससे पहले वह लगातार खेल रहे थे लेकिन विश्व कप टीम में उन्हें नहीं चुना गया. इसके बाद उन्होंने लगभग क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था. एक इवेंट में इसपर बात करते हुए गंभीर ने अपने ये राज खोला.