जोहानिसबर्ग: दक्षिण अफ्रीका के सीमित ओवरों के कप्तान क्विंटन डी कॉक टेस्ट टीम की कप्तानी नहीं चाहते क्योंकि उन्हें लगता है कि पारंपरिक प्रारूप में टीम की अगुआई करने का अतिरिक्त दबाव काफी अधिक तनाव वाला होगा.
डी कॉक को इस साल जनवरी में फाफ डु प्लेसिस की जगह दक्षिण अफ्रीका की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम की कप्तान नियुक्त किया गया था लेकिन क्रिकेट निदेशक ग्रेम स्मिथ ने अप्रैल में घोषणा कर दी थी कि उन्हें टेस्ट कप्तानी नहीं सौंपी जाएगी.
डी कॉक ने कहा कि इस संबंध में उनकी कोच मार्क बाउचर के साथ भी चर्चा हुई है. उन्होंने क्रिकेट वेबसाइट से कहा, "मेरी और बाउचर की अनौपचारिक बातचीत हुई और मैंने उनसे कहा कि देखिए, मुझे नहीं पता कि टेस्ट कप्तान बनकर भी मुझे कैसा लगता है.सच्चाई यह है कि मेरे लिए इसका सामना करना आसान नहीं होगा. मुझे यह पता है और मैं इसे महसूस करता हूं. मुझे यह सारा तनाव नहीं चाहिए."
डी कॉक ने कहा, "मुझे अपने कंधों पर यह दबाव नहीं चाहिए. मैं टेस्ट क्रिकेट में ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करना चाहता हूं और इसलिए मुझे अतिरिक्त दबाव नहीं चाहिए."
मार्च में कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट के निलंबित होने के बाद से डी कॉक ने तीन महीने से अधिक समय से नेट अभ्यास नहीं किया है. इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि ‘गंभीर क्रिकेट’ शुरू होने पर ही वह नेट अभ्यास करेंगे.
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) को हालांकि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग शुरू करने के लिए देश के खेल मंत्रालय की स्वीकृति मिल गई है.
सीएसए के वार्षिक पुरस्कारों में साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष क्रिकेट चुने गए डी कॉक ने कहा, "मैंने ट्रेनिंग नहीं की है. बेशक मैंने फिटनेस बरकरार रखी है. मैंने जिम में ट्रेनिंग की है लेकिन नेट पर अभ्यास नहीं किया."
डी कॉक ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 47 टेस्ट मैच खेले है. जिसमे उन्होंने 2934 रन बनाए है. इसके अलावा उन्होंने 121 वनडे और 44 टी-20 मैच भी खेले है. जिसमे क्रमश उन्होंने 5135 और 1226 रन बनाए है.
डी कॉक 18 जुलाई को ‘3टीक्रिकेट’ में खेलेंगे जिसके साथ दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के निलंबन के बाद लाइव क्रिकेट की बहाली होगी.
सॉलिडेरिटी कप में दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष 24 क्रिकेटर तीन टीमों- द ईगल्स, किंगफिशर्स और द काइट्स में हिस्सा लेंगे. द काइट्स की कप्तानी संभालने वाले डी कॉक 45 सदस्यीय हाई परफोर्मेंस टीम का हिस्सा हैं जिसे पिछले सोमवार को अपनी फ्रेंचाइजियों के मैदान पर ट्रेनिंग के लिए लौटने को कहा गया.
कप्तान ने हालांकि कहा कि उन्होंने अब तक ऐसा नहीं किया है. उन्होंने कहा, "नियमों के कारण इतने बड़ी टीम को एक निश्चित तरह के माहौल में रखना मुश्किल होगा. मैं काफी दूरदराज के इलाके में हूं. जहां मैं रहता हूं वहां काफी क्रिकेट नहीं होता. मैंने सुनिश्चित किया है कि मेरी फिटनेस कायम रहे. मेरे लिए करियर के इस पड़ाव पर ट्रेनिंग से अधिक महत्वपूर्ण ब्रेक है.