कोलकाता : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली आईपीएल के पहले सीजन में खेलने वाले स्टार खिलाड़ी थे. 'प्रिंस ऑफ कोलकाता' गांगुली कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान भी थे. कोलकाता के फैंस को उम्मीद थी कि गांगुली उन्हें निराश नहीं करेंगे लेकिन आईपीएल के पहले सीजन में उनका और टीम मैनेजमेंट के बीच मनमुटाव हो गया था. उस सीजन टीम छठे स्थान पर रही थी.
उस समय के केकेआर के कोच जॉन बुचानन कप्तानी को लेकर कई नीति ले आए थे जिस कारण टीम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने में नाकामयाब रही. फिर दूसरे सीजन में केकेआर आखिरी स्थान पर रही थी जिसके बाद बुचानन को पद से हटा दिया गया था. फिर तीसरे सीजन में गांगुली ने केकेआर की कमान संभाली फिर भी टीम शीर्ष चार में जगह नहीं बना सकी. फिर साल 2011 में गौतम गंभीर को कप्तान दी गई जिसके बाद केकेआर 2012 और 2014 में चैंपियन बनी.
गांगुली ने अब केकेआर के अलावा उनकी और शाहरुख खान के बीच चर्चा को लेकर खुल कर बात की. उन्होंने कहा, "मैंने एक इंटरव्यू देखा था जिसमें गौतम गंभीर ने कहा था कि शाहरुख खान ने उनको कहा था कि ये तुम्हारी टीम है, मैं इसके बीच नहीं आऊंगा. यही बात मुझसे पहले सीजन में कही गई थी. मुझ पर छोड़ दो. ऐसा नहीं होगा."
उन्होंने आगे कहा, "बेस्ट आईपीएल टीम वही हैं जिसने टीम को खिलाड़ियों पर छोड़ दिया है. सीएसके को देखो, एमएस धोनी उसे चलाते हैं. मुंबई में भी कोई रोहित शर्मा के ऊपर जा कर नहीं कहता कि इस खिलाड़ी को खिलाओ या मत खिलाओ."
केकेआर के बारे में बात करते हुए गांगुली बोले, "वहां सोच ही दिक्कत थी. कोच को लगता था कि हमको चार कप्तानों की जरूरत है. ये बच सोच में अंतर था, उनको लगा था. दिक्कत (बुचानन के साथ) पहले सीजन के अंत में शुरू हुई. दिक्कत मैं नहीं था, दिक्कत एक कप्तान रखने की थी. हमारे पास ब्रेंडन मैक्कुलम थे, हमारे पासे एक्स थे, एक गेंदबाजी के लिए कप्तान था और पता नहीं किस किस के लिए कप्तान रखा था."