लंदन: इंग्लैंड के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी एंड्रयू फ्लिंटॉफ को लगता है कि 2018 में विश्व क्रिकेट को चौंकाने वाले गेंद से छेड़छाड़ वाले प्रकरण में पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम शामिल थी लेकिन कप्तान स्टीव स्मिथ ने अपनी टीम को बचाने के लिए दोष अपने सर ले लिया.
केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच के दौरान इस ‘सैंडपेपर-गेटप्रकरण' के बाद स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर एक-एक साल का प्रतिबंध लगा था. इन दोनों के अलावा सलामी बल्लेबाज कैमरून बैनक्रॉफ्ट को नौ महीनों के लिए प्रतिबंधित किया गया था.
फ्लिंटॉफ ने एक इंटरव्यू में कहा, "मैं इस बात पर विश्वास नहीं कर सकता कि इसमें पूरी टीम शामिल नहीं थी. एक गेंदबाज के तौर पर कोई मुझे ऐसी गेंद देता जिससे छेड़छाड़ होती है तो मुझे पता चलेगा. स्मिथ ने एक काम किया, उन्होंने पूरी टीम का दोष अपने ऊपर ले लिया."
उन्होंने कहा, "बॉल टेम्परिंग जैसी चीज काफी लंबे समय से चल रही है और मुझे लगता है कि एक हद तक आप इसे ले जाते हो. हम पर आरोप थे कि हमने गेंद पर कुछ मीठा लगाया है. लोग गेंद पर सनक्रीम लगाते हैं और जो वो कर सकते हैं करते हैं."
उन्होंने कहा, "सैंडपेपर गलत था लेकिन यह मान लेना कि इसमें टीम का हर खिलाड़ी शामिल नहीं था यह वेबकूफी होगा."
स्मिथ पर दो साल के लिए कप्तानी से भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. उन्होंने कहा कि यह मानना मुश्किल है कि टीम के अन्य सदस्यों को इस बारे में नहीं पता था कि क्या हो रहा है.
एंड्रयू फ्लिंटॉफ ने कहा, ‘सैंडपेपर गलत है, लेकिन यह किसी अन्य चीज से ज्यादा बेवकूफाना है. लेकिन मैं इस बात को नहीं मान सकता कि टीम के अन्य सदस्य किसी न किसी तरीके से इसमें शामिल नहीं थे.'