क्वींस्टन : पाकिस्तान क्रिकेट टीम इन दिनों न्यूजीलैंड दौरे पर है. तमाम उतार-चढ़ाव के बाद पाकिस्तानी आइसोलेशन से बाहर आ चुकी है और प्रैक्टिस शुरू कर चुकी है. न्यूजीलैंड पहुंचने के बाद कुछ पाकिस्तानी खेमे के कुछ सदस्य कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को चेतावनी भी जारी कर दी थी. पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर बायो सिक्योर प्रोटोकॉल तोड़ने के आरोप भी लगे थे. पाकिस्तानी टीम अब इन सब विवादों से बाहर है और बल्लेबाज शान मसूद इस बात से खुश हैं कि न्यूजीलैंड में दो सप्ताह तक आइसोलेशन में रहने के बाद इंग्लैंड दौरे की तरह टीम को बायो-बबल में नहीं रहना होगा.
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पाकिस्तान के 53 सदस्यीय दल ने मंगलवार को अपना आइसोलेशन पूरा कर लिया और अब टीम के खिलाड़ी न्यूजीलैंड में कहीं भी जाने के लिए आजाद हैं. इंग्लैंड में टीम को आइसोलेशन के बाद भी छह सप्ताह तक बायो-बबल में रहना पड़ा था. इस दौरे पर पाकिस्तान को तीन मैचों की टी20 सीरीज के बाद दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. यह दौरा हालांकि उस समय खटाई में पड़ता दिख रहा था जब 53 सदस्यीय पाकिस्तानी दल के आठ सदस्य कोविड-19 जांच में पॉजिटिव मिले और जिसमें कुछ सदस्यों पर नियमों को तोड़ने का आरोप भी लगा.
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न्यूजीलैंड ने कोविड-19 महामारी को काफी हद तक कंट्रोल कर लिया है, जबकि इंग्लैंड में अभी भी लोग इस वायरस के चपेट में आ रहे हैं. मसूद ने कहा कि होटल में आइसोलेशन में रहना मुश्किल था लेकिन खिलाड़ियों को पता था कि इसके पूरा होने के बाद वह इस देश में कहीं जाने के लिए फ्री होंगे. टेस्ट टीम के इस सलामी बल्लेबाज ने कहा, "हम सब ने साथ मिलकर इस चुनौती से निपटने का फैसला किया. लगातार 14 दिनों तक होटल के कमरे में रहना आसान नहीं है. हमें इस बात से काफी राहत मिली कि यहां इंग्लैंड की तरह बायो बबल में नहीं रहना होगा."