ढाका : बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मुस्तफा कमाल ने कहा कि शाकिब ने आरोपों को स्वीकार किया है और सच बोलना उनकी ईमानदारी साबित करता है.
शाकिब का जल्द ही रिप्लेसमेंट मिलना संभव नहीं
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने मंगलवार को शाकिब पर दो साल का प्रतिबंध लगाया. 32 वर्षीय शाकिब ने मामले की जांच किए जाने के बाद आईसीसी के भ्रष्टाचार-निरोधी संहिता के उल्लंघन के तीन आरोप स्वीकार किए हैं. वित्तमंत्री कमाल के मुताबिक शाकिब का जल्द ही रिप्लेसमेंट मिलना संभव नहीं है.
"ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें एक वर्ष के लिए शाकिब की सेवाएं नहीं मिलेंगी. ये हमारे देश के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उनका रिप्लेसमेंट संभव नहीं है. ये संभव नहीं है कि उनका रिप्लेसमेंट दो या तीन दिनों में अथवा एक या दो महीने में मिल जाए.
शाकिब ने ईमानदारी साबित की
कमाल ने कहा, ''शाकिब ने आरोपों को स्वीकार किया है और सच बोलना उनकी ईमानदारी साबित करता है. "ये हमारे लिए बहुत दुख की बात है लेकिन मुझे लगता है कि शाकिब ने अच्छा काम किया है - उन्होंने सच बोला और अपनी ईमानदारी साबित की.''
बीसीबी को कर सकता था सूचित
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है, वह जो कर सकता था वो ये है कि वो बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को सूचित कर सकता था और ये बात माननीय प्रधान मंत्री को भी कह सकता था, जो उसे बहुत पसंद करते हैं," "आईसीसी इन मामलों में बहुत सख्त है. वे किसी को भी कभी भी अनुशासन तोड़ने नहीं देंगे और विशेष रूप से आईसीसी कभी भी मैच फिक्सिंग के मुद्दों को पसंद नहीं करती है."