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'खेल को संतुलित बनाए रखने के लिए सलाइवा का विकल्प ढूंढना होगा' -  गौतम गंभीर

भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को लगता है कि सलाइवा का उपयोग प्रतिबंधित करना खेल के संतुलन को और बिगाड़ देगा जो पहले से ही बल्लेबाजी की तरफ झुका हुआ है.

ban on use of saliva
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Published : May 19, 2020, 4:21 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को लगता है कि खिलाड़ी जब कोविड-19 के बाद मैदान पर लौटेंगे तो उनके दिल में डर होगा.

कोविड-19 के कारण सभी तरह की क्रिकेट गतिविधियां मार्च के मध्य से बंद हैं.

गंभीर ने मीडिया से कहा, "यह वैसे हर इंसान पर निर्भर करता है, लेकिन हां जब वो लोग खेलने जाएंगे तो थोड़ा बहुत डर तो होगा ही. हो सकता है कि कुछ समय बाद खिलाड़ी मैदान पर जाने के बाद मैच के माहौल में इसे भूल जाएं और मैच में रम जाएं."

कोरोनावायरस ने पूरे खेल जगत को रोक दिया है. विश्व के कुछ हिस्सों में फुटबॉल ने जरूर वापसी की है. भारत के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट आईपीएल को बीसीसीआई ने अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है. इसी महामारी के कारण इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाला टी-20 विश्व कप भी अधर में लटका है.

टी20 के आयोजन पर गंभीर ने रखी अपनी राय

गंभीर को हालांकि लगता है कि अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) हिस्सा लेने वाले सभी बोर्ड को एक मंच पर ला सकता है तो यह टूर्नामेंट संभव हो सकता है.

गौतम गंभीर, Gautam Gamhir, T20 WC
टी-20 विश्व कप

उन्होंने कहा, "यह बीसीसीआई और आईसीसी और बाकी के बोर्ड पर निर्भर है कि वो क्या सोचते हैं. उन्हें सभी हितधारकों को एक साथ लाना होगा, जिसमें सभी देशों के बोर्ड शामिल हैं और उन्हें एक साथ आकर फैसला लेना होगा."

बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "अगर क्रिकेट खेलने वाले सभी देश एक साथ आ सके तो टी-20 विश्व कप संभव हो सकता है, अन्यथा मैं इसे होते हुए नहीं देखता."


'गेंद को चमकाने के लिए कोई विकल्प के साथ आना होगा'

कोविड-19 के बाद क्रिकेट की वापसी के बाद गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा और पसीने के इस्तेमाल पर रोक लगाने की बातें चल रही हैं. आईसीसी की क्रिकेट समिति ने भी सलाइवा का उपयोग न करने की सिफारिश की है जिस पर फैसला अगले महीने होगा.

गौतम गंभीर, Gautam Gamhir, T20 WC
गेंद

गंभीर को लगता है कि सलाइवा का उपयोग प्रतिबंधित करना खेल के संतुलन को और बिगाड़ देगा जो पहले से ही बल्लेबाजी की तरफ झुका हुआ है.

गंभीर ने कहा, "यह गेंदबाजों के लिए सबसे मुश्किल चीज होगी. आईसीसी को इसके विकल्प के साथ आना होगा. गेंद को चमकाए बिना मुझे नहीं लगता कि बल्ले और गेंद में बराबरी की प्रतिस्पर्धा हो पाएगी."

उन्होंने कहा, "अगर वह सलाइवा का उपयोग प्रतिबंधित करते हैं तो उन्हें फिर इसके किसी विकल्प के साथ आना होगा जिससे गेंद को चमकाने में मदद मिले. यह काफी जरूरी है, नहीं तो क्रिकेट देखने में मजा नहीं आएगा."

'वापसी में नहीं होगी खिलाड़ियों को परेशानी'

लॉकडाउन के कारण इस समय क्रिकेटर अपने घरों में कैद हैं. वे हालांकि बीसीसीआई द्वारा दिए गए वर्कआउट पर काम कर रहे हैं.

गौतम गंभीर, Gautam Gamhir, T20 WC
गौतम गंभीर

गंभीर को लगता है कि खिलाड़ियों को वापसी करने में फिटनेस और मानसिक स्तर पर परेशानी नहीं होगी लेकिन स्किल के साथ तालमेल बैठाने में थोड़ा समय लगेगा.

उन्होंने कहा, "फिटनेस के नजरिए से यह मुश्किल नहीं होगा क्योंकि खिलाड़ी पेशेवर हैं. उनका अपना एक कार्यक्रम है जिसे वो फॉलो करते हैं. कई लोगों के पास अपनी जगह और जिम है. लेकिन स्किल के नजरिए से, यह मुश्किल होगा क्योंकि अभी तक आपने अभ्यास नहीं किया है, और ऐसे में स्किल में सुधार करना मुश्किल होगा."

टी-20 विश्व कप-2007 और वनडे विश्व कप-2011 जीत का हिस्सा रहे गंभीर ने कहा, "मानसिक स्तर पर यह ज्यादा तोरताजा होकर लौटने वाली चीज होगी. आप अपना खेल इस बात से शुरू कर सकते हैं कि कहां आपको सुधार करने की जरूरत है और किस चीज पर काम करना है. फिटनेस और मानसिकता मुद्दा नहीं होंगे लेकिन स्किल तब तक चिंता का विषय रहेगी जब तक वे लोग जाकर खेलते नहीं हैं."

नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को लगता है कि खिलाड़ी जब कोविड-19 के बाद मैदान पर लौटेंगे तो उनके दिल में डर होगा.

कोविड-19 के कारण सभी तरह की क्रिकेट गतिविधियां मार्च के मध्य से बंद हैं.

गंभीर ने मीडिया से कहा, "यह वैसे हर इंसान पर निर्भर करता है, लेकिन हां जब वो लोग खेलने जाएंगे तो थोड़ा बहुत डर तो होगा ही. हो सकता है कि कुछ समय बाद खिलाड़ी मैदान पर जाने के बाद मैच के माहौल में इसे भूल जाएं और मैच में रम जाएं."

कोरोनावायरस ने पूरे खेल जगत को रोक दिया है. विश्व के कुछ हिस्सों में फुटबॉल ने जरूर वापसी की है. भारत के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट आईपीएल को बीसीसीआई ने अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है. इसी महामारी के कारण इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाला टी-20 विश्व कप भी अधर में लटका है.

टी20 के आयोजन पर गंभीर ने रखी अपनी राय

गंभीर को हालांकि लगता है कि अगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) हिस्सा लेने वाले सभी बोर्ड को एक मंच पर ला सकता है तो यह टूर्नामेंट संभव हो सकता है.

गौतम गंभीर, Gautam Gamhir, T20 WC
टी-20 विश्व कप

उन्होंने कहा, "यह बीसीसीआई और आईसीसी और बाकी के बोर्ड पर निर्भर है कि वो क्या सोचते हैं. उन्हें सभी हितधारकों को एक साथ लाना होगा, जिसमें सभी देशों के बोर्ड शामिल हैं और उन्हें एक साथ आकर फैसला लेना होगा."

बाएं हाथ के पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "अगर क्रिकेट खेलने वाले सभी देश एक साथ आ सके तो टी-20 विश्व कप संभव हो सकता है, अन्यथा मैं इसे होते हुए नहीं देखता."


'गेंद को चमकाने के लिए कोई विकल्प के साथ आना होगा'

कोविड-19 के बाद क्रिकेट की वापसी के बाद गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा और पसीने के इस्तेमाल पर रोक लगाने की बातें चल रही हैं. आईसीसी की क्रिकेट समिति ने भी सलाइवा का उपयोग न करने की सिफारिश की है जिस पर फैसला अगले महीने होगा.

गौतम गंभीर, Gautam Gamhir, T20 WC
गेंद

गंभीर को लगता है कि सलाइवा का उपयोग प्रतिबंधित करना खेल के संतुलन को और बिगाड़ देगा जो पहले से ही बल्लेबाजी की तरफ झुका हुआ है.

गंभीर ने कहा, "यह गेंदबाजों के लिए सबसे मुश्किल चीज होगी. आईसीसी को इसके विकल्प के साथ आना होगा. गेंद को चमकाए बिना मुझे नहीं लगता कि बल्ले और गेंद में बराबरी की प्रतिस्पर्धा हो पाएगी."

उन्होंने कहा, "अगर वह सलाइवा का उपयोग प्रतिबंधित करते हैं तो उन्हें फिर इसके किसी विकल्प के साथ आना होगा जिससे गेंद को चमकाने में मदद मिले. यह काफी जरूरी है, नहीं तो क्रिकेट देखने में मजा नहीं आएगा."

'वापसी में नहीं होगी खिलाड़ियों को परेशानी'

लॉकडाउन के कारण इस समय क्रिकेटर अपने घरों में कैद हैं. वे हालांकि बीसीसीआई द्वारा दिए गए वर्कआउट पर काम कर रहे हैं.

गौतम गंभीर, Gautam Gamhir, T20 WC
गौतम गंभीर

गंभीर को लगता है कि खिलाड़ियों को वापसी करने में फिटनेस और मानसिक स्तर पर परेशानी नहीं होगी लेकिन स्किल के साथ तालमेल बैठाने में थोड़ा समय लगेगा.

उन्होंने कहा, "फिटनेस के नजरिए से यह मुश्किल नहीं होगा क्योंकि खिलाड़ी पेशेवर हैं. उनका अपना एक कार्यक्रम है जिसे वो फॉलो करते हैं. कई लोगों के पास अपनी जगह और जिम है. लेकिन स्किल के नजरिए से, यह मुश्किल होगा क्योंकि अभी तक आपने अभ्यास नहीं किया है, और ऐसे में स्किल में सुधार करना मुश्किल होगा."

टी-20 विश्व कप-2007 और वनडे विश्व कप-2011 जीत का हिस्सा रहे गंभीर ने कहा, "मानसिक स्तर पर यह ज्यादा तोरताजा होकर लौटने वाली चीज होगी. आप अपना खेल इस बात से शुरू कर सकते हैं कि कहां आपको सुधार करने की जरूरत है और किस चीज पर काम करना है. फिटनेस और मानसिकता मुद्दा नहीं होंगे लेकिन स्किल तब तक चिंता का विषय रहेगी जब तक वे लोग जाकर खेलते नहीं हैं."

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