कराची: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दागी कप्तान सलीम मलिक की कोच बनने की स्वीकृति देने की अपील पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) द्वारा नियुक्त स्वतंत्र निर्णायक ने सुनवाई पूरी कर ली है और वह अपना फैसला 15 दिन में सुनाएंगे.
मलिक और उनके वकील साऊद चीमा ने सुनवाई के बाद मीडिया से कहा कि उन्हें भरोसा है कि उनके आग्रह को स्वीकार कर लिया जाएगा.
मलिक के मामले की सुनवाई न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) फजल मिरान चौहान कर रहे हैं जिन्हें पीसीबी ने नियुक्त किया है.
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा है कि 2000 में बोर्ड द्वारा मैच फिक्सिंग के लिए उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को निचली अदालत ने निरस्त कर दिया है इसलिए उन्हें दोबारा क्रिकेट से जुड़ने की स्वीकृति दी जानी चाहिए क्योंकि वह कोच बनना चाहते हैं.
बोर्ड ने अब तक मलिक को स्वीकृति नहीं दी है और उन्हें 2000 में लंदन में कुछ लोगों के साथ मुलाकात के संदर्भ में सवालों का जवाब देने को कहा गया है. आरोप है कि इस बैठक में कथित तौर पर मैचों और खिलाड़ियों को फिक्स करने पर चर्चा हुई थी.
पाकिस्तान की ओर से 103 टेस्ट और 283 वनडे खेलने वाले मलिक को न्यायमूर्ति कय्यूम न्यायिक आयोग की सिफारिशों के आधार पर मैच फिक्सिंग के लिए आजीवन प्रतिबंधित किया गया था.
मलिक, ''मैं पिछले 20 साल से अपने अधिकार के लिए लड़ रहा हूं लेकिन वे (पीसीबी) एक कोने से दूसरे कोने में धकेल रहे हैं.... उम्मीद करता हूं कि अब तक काफी चीजें साफ हो चुकी हैं और फैसला मेरे पक्ष में आएगा.''