अहमदाबाद : भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट 24 फरवरी से अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेला जाएगा. यह पहला मौका है जब भारत और इंग्लैंड की टीमें एक दूसरे के खिलाफ पिंक बॉल से डे-नाइट टेस्ट खेलने मैदान पर उतरेंगी.
दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 317 रनों से हराया था. चेन्नई के मैदान पर मिली जीत के साथ ही भारतीय टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को भी जिंदा रखा है. इसी बीच, सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने बताया है कि डब्ल्यूटीसी के फाइनल में पहुंचने के लिए टीम को क्या करने की जरूरत है.
रोहित ने ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए कहा, "हां, बेशक हम क्वॉलीफाई करना चाहते हैं, हम डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाना चाहते हैं लेकिन ऐसा करने के लिए हमें काफी चीजें सही करने की जरूरत है. जब हम खेल रहे हों तो हमारा ध्यान सिर्फ इस पर होना चाहिए कि हमें जीतने के लिए क्या करना है. फाइनल में पहुंचने से पहले हमें कुछ छोटे कदम उठाने की जरूरत है. अब भी इसके लिए काफी कुछ करने की जरूरत है. यह महत्वपूर्ण है कि हम वर्तमान पर रहें और अपने काम पर ध्यान दें."
भारत की लिमिटेड ओवरों की टीम के उप कप्तान ने बातचीत के महत्व पर जोर दिया जो उनके अनुसार टीम की सफलता के लिए जरूरी है.
रोहित ने डे-नाइट टेस्ट मैच को लेकर कहा कि सूर्यास्त के समय बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा और इस समय पर ज्यादा फोकस और सतर्क रहने की जरूरत होगी.
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उन्होंने कहा, "मैंने अब तक टीम के अपने साथियों से ही सुना है कि यह दिमाग में रहता है. मैं बांग्लादेश के खिलाफ सिर्फ एक गुलाबी गेंद के टेस्ट में खेला हूं, लेकिन उस समय (गोधुली) बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला जब सूरज ढलने वाला हो. बेशक यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण होता है, मौसम और रोशनी अचानक बदल जाते हैं. आपको अतिरिक्त सतर्क और एकाग्र रहना होता है, आपको स्वयं से बात करनी होती है. सभी बल्लेबाज इस तरह की चुनौती से वाकिफ हैं."