मेलबर्न: तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में आठ विकेट लिए थे, लेकिन पिछले दो मैचों में मेहमान टीम के बल्लेबाजों को परेशान करने में सक्षम नहीं थे, जिसके कारण भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया को गाबा में हराने में सफल रही और सीरीज 2-1 से अपने नाम किया.
क्रिकेट डॉट कॉम ने पोंटिंग के हवाले से कहा, "ये सब इस बात पर निर्भर करता है कि वो अब और फिर नेट्स में क्या करता है, ये उतना ही सरल है. हम इस बारे में बात कर रहे हैं कि कैसे उसने गेंद को स्विंग नहीं किया. उसने पहले दो टेस्ट में गेंद को खूबसूरती से स्विंग किया, लेकिन उसके बाद नहीं किया.''
पोंटिंग ने कहा कि गेंद दक्षिण अफ्रीका में स्विंग करती है और अगर स्टार्क स्विंग को पुनः प्राप्त करने में सक्षम होते हैं तो वो सीरीज में अधिक घातक साबित होंगे लेकिन दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले कोई प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं होने के कारण, पूर्व कप्तान को लगता है कि स्टार्क को प्रशिक्षण के दौरान कोचों को प्रभावित करना होगा.
उन्होंने आगे कहा, "ये एक तकनीक की चीज होनी चाहिए, चाहे वो थका हुआ था या शांत था लेकिन अगर वो टीम के कोच को दिखा सकता है कि वो उस नई गेंद को स्विंग कर रहा है तो कुछ बात बन सकती है. दक्षिण अफ्रीका में गेंद हलचल करती है और हम सब जानते हैं कि जब गेंद स्विंग करती है तो वो कितना खतरनाक होता है.''
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"लेकिन हम ये भी जानते हैं कि अगर कोई गेंद को स्विंग नहीं करा रहा है तो उसकी जगह खेलने के लिए कोई बेहतर हो सकता है. ये उसके ऊपर है; अगर वो अपनी तकनीक को सुलझाने के लिए कुछ उपचारात्मक कार्य कर सकता है और वो गेंद को नेट्स में स्विंग करना शुरू कर देता है, तो निश्चित रूप से मैं उसे खेलते हुए देखना पसंद करूगा.