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सचिन को आउट करने के बाद इस गेंदबाज को मिली थी जान से मारने की धमकी -  टिम ब्रेसनेन news

इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन ने कहा, "सचिन जब 91 रन पर खेल रहे थे तब उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया. इसके बाद मुझे और अंपायर को बहुत दिनों बाद तक जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. "

Sachin Tendulkar
Sachin Tendulkar
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Published : Jun 8, 2020, 7:25 AM IST

लंदन: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन ने कहा है कि 2011 में टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर को एलबीडब्ल्यू आउट करने के बाद उनको और अंपायर रॉड टकर को जान से मारने की धमकी मिली थीं.

सचिन इस मैच में शतक से चूक गए थे और अगर वह शतक बना लेते तो यह उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100वां शतक होता. सचिन जब 91 रन पर खेल रहे थे तब उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया था. यह बहुत करीबी फैसला था क्योंकि रिप्ले में गेंद लेग स्टम्प के ऊपरी हिस्से को बस छूती दिख रही थी.

Tim Bresnan, Sachin Tendulkar, Rod Tuckker
सचिन को आउट करने के बाद खुशी मनाते टिम ब्रेसनेन

ब्रेसनेन ने एक पोडकास्ट पर कहा, "उनके नाम 99 अंतरराष्ट्रीय शतक थे और उस सीरीज में रिव्यू नहीं थे क्योंकि बीसीसीआई तब इसके खिलाफ थी. यह टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच था जो ओवल मैदान पर खेला जा रहा था. गेंद (जिस पर सचिन आउट हुए) शायद लेग स्टम्प के बाहर जा रही थी और अंपायर टकर ने उन्हें आउट दे दिया. वे शायद 80 रन के आसपास (91 रन) पर थे और निश्चित तौर पर शतक बना लेते. हमने सीरीज जीत ली और नंबर-1 बन गए."

इंग्लैंड के लिए 23 टेस्ट और 85 वनडे खेलने वाले ब्रेसनन ने कहा कि इसके बाद उन्हें और अंपायर टकर को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं.

Tim Bresnan, Sachin Tendulkar, Rod Tuckker
टिम ब्रेसनेन

उन्होंने कहा, "हम दोनों को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं. मुझे और अंपायर को बहुत दिनों बाद तक जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. मैंने उन्हें ट्विटर पर देखा और उनके (टकर के) घर पर लोग धमकियों भरे पत्र भेज रहे थे कि आपने उन्हें आउट दे कैसे दिया.

ब्रेसनेन के अनुसार इन धमकियों को देखते हुए टकर को अपनी सुरक्षा बढ़ानी पड़ी. उन्होंने कहा, "कुछ महीनों बाद वह मुझसे मिले और कहने लगा कि दोस्त, मुझे सुरक्षा गार्ड रखना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया में उसके घर के आसपास पुलिस की सुरक्षा थी."

Tim Bresnan, Sachin Tendulkar, Rod Tuckker
आउट होने के बाद पवेलियन लौटते सचिन तेंदुलकर

बता दें कि तेंदुलकर ने एशिया कप के दौरान 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में अपना 100वां शतक बनाया था. इसके बाद उन्होंने साल 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी.

सचिन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. तेंदुलकर 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं. उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में क्रमश: 15921 और 18426 रन बनाए हैं.

लंदन: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनेन ने कहा है कि 2011 में टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर को एलबीडब्ल्यू आउट करने के बाद उनको और अंपायर रॉड टकर को जान से मारने की धमकी मिली थीं.

सचिन इस मैच में शतक से चूक गए थे और अगर वह शतक बना लेते तो यह उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 100वां शतक होता. सचिन जब 91 रन पर खेल रहे थे तब उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया था. यह बहुत करीबी फैसला था क्योंकि रिप्ले में गेंद लेग स्टम्प के ऊपरी हिस्से को बस छूती दिख रही थी.

Tim Bresnan, Sachin Tendulkar, Rod Tuckker
सचिन को आउट करने के बाद खुशी मनाते टिम ब्रेसनेन

ब्रेसनेन ने एक पोडकास्ट पर कहा, "उनके नाम 99 अंतरराष्ट्रीय शतक थे और उस सीरीज में रिव्यू नहीं थे क्योंकि बीसीसीआई तब इसके खिलाफ थी. यह टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच था जो ओवल मैदान पर खेला जा रहा था. गेंद (जिस पर सचिन आउट हुए) शायद लेग स्टम्प के बाहर जा रही थी और अंपायर टकर ने उन्हें आउट दे दिया. वे शायद 80 रन के आसपास (91 रन) पर थे और निश्चित तौर पर शतक बना लेते. हमने सीरीज जीत ली और नंबर-1 बन गए."

इंग्लैंड के लिए 23 टेस्ट और 85 वनडे खेलने वाले ब्रेसनन ने कहा कि इसके बाद उन्हें और अंपायर टकर को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं.

Tim Bresnan, Sachin Tendulkar, Rod Tuckker
टिम ब्रेसनेन

उन्होंने कहा, "हम दोनों को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं. मुझे और अंपायर को बहुत दिनों बाद तक जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं. मैंने उन्हें ट्विटर पर देखा और उनके (टकर के) घर पर लोग धमकियों भरे पत्र भेज रहे थे कि आपने उन्हें आउट दे कैसे दिया.

ब्रेसनेन के अनुसार इन धमकियों को देखते हुए टकर को अपनी सुरक्षा बढ़ानी पड़ी. उन्होंने कहा, "कुछ महीनों बाद वह मुझसे मिले और कहने लगा कि दोस्त, मुझे सुरक्षा गार्ड रखना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया में उसके घर के आसपास पुलिस की सुरक्षा थी."

Tim Bresnan, Sachin Tendulkar, Rod Tuckker
आउट होने के बाद पवेलियन लौटते सचिन तेंदुलकर

बता दें कि तेंदुलकर ने एशिया कप के दौरान 16 मार्च 2012 को बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में अपना 100वां शतक बनाया था. इसके बाद उन्होंने साल 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी.

सचिन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था. तेंदुलकर 100 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं. उन्होंने टेस्ट और वनडे क्रिकेट में क्रमश: 15921 और 18426 रन बनाए हैं.

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