नई दिल्ली: विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन का आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के साथ पहला साल राहुल द्रविड़ का कप्तान के तौर पर फ्रेंचाइजी के साथ आखिरी साल रहा था.
सैमसन ने कहा कि जब द्रविड़ ने उनसे टीम में आने के बारे में पूछा था तो यह उनके सपने के सच होने जैसा था.
सैमसन ने न्यूजीलैंड के लेग स्पिनर और रॉयल्स टीम के स्पिन सलाहकार ईश सोढी के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, "राहुल भाई और जुबीन भरूचा (रॉयल्स के हेड ऑफ क्रिकेट) राजस्थान रॉयल्स के लिए ट्रायल्स ले रहे थे. मैंने वहां अच्छी बल्लेबाजी की थी. दूसरे दिन के अंत में, राहुल भाई मेरे पास आए और मुझसे कहा कि क्या तुम मेरी टीम के लिए खेलोगे, राहुल भाई का मेरे पास आना और उनके लिए खेलने के बारे में पूछना, यह सपने के सच होने जैसा था."
दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा, "आईपीएल में मैं पहले छह मैच नहीं खेला था. मैं हमेशा उनसे और बाकी सीनियर खिलाड़ियों जैसे शेन वाटसन, ब्रैड हॉज के साथ बात करता था और काफी कुछ सीखता था. अभी भी अगर मैं उन्हें फोन करूंगा तो वह मेरी मदद करेंगे. वह हमेशा मेरी मदद करने को तैयार रहते हैं."
सैमसन जब दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) में थे तब भी द्रविड़ टीम के मेंटॉर हुआ करते थे.
कैसे पड़ा स्मिथ का 'निकनेम'
संजू सैमसन ने ये भी बताया कि कैसे राजस्थान रॉयल्स में उनके साथी स्टीवन स्मिथ का नाम चाचू पड़ा. सैमसन ने बताया कि यह नाम पूर्व खिलाड़ी ब्रैड हॉज से शुरू हुआ.
सैमसन ने ईश सोढ़ी के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, "इसकी शुरुआत ब्रैड हॉज से हुई. वह स्मिथ को चाचू कहते थे. जब हॉज ने टीम का साथ छोड़ा तो मैंने स्मिथ को चाचू कहना शुरू कर दिया. स्मिथ ने भी मुझे बदले में चाचू कहना शुरू कर दिया. हम दोनों एक दूसरे को चाचू कहते हैं."
सैमसन ने अपनी फ्रेंचाइजी के कप्तान के बारे में कहा, "मेरी और उनकी दोस्ती अच्छी है. वह मौजूदा समय में विश्व क्रिकेट में सबसे चतुर खिलाड़ियों में से एक हैं और हम सभी उनकी कप्तानी में खेलना पसंद करते हैं.