ब्रिस्बेन : ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेले गए चौथे और निर्णायक टेस्ट मैच में अपना डेब्यू करने वाले भारत के तेज गेंदबाज टी नटराजन ने कहा कि देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना हमेशा से उनका सपना था.
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भारतीय टीम नें ब्रिस्बेन के गाबा इंटरनेशनल स्टेडियम को खेले गए चौथे और आखिरी टेस्ट मे तीन विकेट से जीत हासिल कर इतिहास रच दिया. चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रही भारतीय टीम को ये उपलब्धि हासिल करने में 32 साल और दो महीने लगे.
भारत ने एडिलेड में पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजमीं पर लगातार दूसरी बार सीरीज में 2-1 से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी.
इस जीत के बाद नटराजन ने ट्वीट किया, "पिछले कुछ हफ्ते अविश्वसनीय रहे है. भारतीय टीम के साथ बिताया हुआ समय मेरे लिए मेरे जिंदगी का सबसे खास पल है. भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना एक सपना था. हमने इस श्रृंखला को जीतने के लिए कई बाधाओं को दूर किया है. आपके समर्थन से अभिभूत."
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The last couple of months have been surreal. My time with #TeamIndia has been the best of my life. Playing Test cricket for India was a dream. We have overcome many hurdles on this tour to win this series. Overwhelmed with your support.🙏🇮🇳 #TeamIndia pic.twitter.com/0n41k8j5h6
— Natarajan (@Natarajan_91) January 19, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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नटराजन को ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला के लिए एक नेट गेंदबाज के रूप में चुना गया था, लेकिन इस बाएं हाथ के गेंदबाज ने इस दौरे पर खेल के तीनों प्रारूपों में देश का प्रतिनिधित्व किया.
अपने पहले टेस्ट में ही नटराजन ने तीन विकेट लिए, जिसमें पहली पारी में मार्नस लाबुशेन और मैथ्यू वेड जैसे बल्लेबाजों का विकेट शामिल था.
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ऑस्ट्रेलियाा को इस मैदान को पिछली हार नवंबर 1988 में मिली थी, जब वेस्टइंडीज ने उसे नौ विकेटों से करारी शिकस्त दी थी. उस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया को 33 साल बाद गाबा के मैदान पर एक बार फिर से हार मिली है और इस बार उसे भारत ने धूल चटाई है.