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कनेरिया और अख्तर के समय के खिलाड़ी इस मामले पर दें जवाब : PCB

पीसीबी ने शोएब अख्तर के दानिश कनेरिया को लेकर दिए गए बयान के बाद हुए विवाद के बाद कहा कि जब कनेरिया खेल रहा था तब इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ पाकिस्तान के कप्तान रहे. अख्तर और कनेरिया ने जो कुछ कहा, इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए.

shoaib akhtar
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Published : Dec 27, 2019, 7:40 PM IST

कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शोएब अख्तर के बयान से किनारा करते हुए कहा कि वे इस आरोप के लिये जवाबदेह नहीं है. अख्तर ने कहा था कि उनके पूर्व साथी दानेश कनेरिया को हिंदू होने के कारण अन्य खिलाड़ियों से भेदभाव झेलना पड़ता था.

अख्तर ने ये कहकर बवाल पैदा कर दिया कि कनेरिया का कुछ खिलाड़ियों ने अपमान किया क्योंकि वे हिंदू था. इस वजह से उसे जरूरी श्रेय नहीं मिला और कुछ खिलाड़ी तो उसके धर्म के कारण उसके साथ खाना नहीं खाते थे. कनेरिया ने भी अख्तर के बयान पर सहमति जताई और कहा कि वे जल्द ही उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करेंगे जिन्होंने उनके धर्म के कारण उनके साथ गलत व्यवहार किया.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड
ये पूर्व स्पिनर 2012 से स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहा है. पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा,"अख्तर और कनेरिया दोनों संन्यास ले चुके हैं और हमसे अनुबंधित नहीं है इसलिए वे जो चाहे कर सकते हैं और कह सकते हैं. ये उनके विचार हैं और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट की पूरी व्यवस्था के खिलाफ नहीं बल्कि कुछ खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आरोप लगाए हैं."उन्होंने कहा,"जब कनेरिया खेल रहा था तब इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ पाकिस्तान के कप्तान रहे. अख्तर और कनेरिया ने जो कुछ कहा, इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए. इसमें बोर्ड को क्यों शामिल होना चाहिए."

यह भी पढ़ें- Alvida 2019: भारतीय पहलवानों के लिए शानदार रहा साल, हासिल किए चार ओलंपिक कोटे

अख्तर और कनेरिया को पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इकबाल कासिम और मोहसिन खान का समर्थन मिला है. पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज ने मोहसिन खान ने कहा,"एक खिलाड़ी का आकलन उसके धर्म, रंग या जाति से नहीं बल्कि उसके क्रिकेट कौशल और टीम के प्रति प्रतिबद्धता से किया जाना चाहिए."

कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शोएब अख्तर के बयान से किनारा करते हुए कहा कि वे इस आरोप के लिये जवाबदेह नहीं है. अख्तर ने कहा था कि उनके पूर्व साथी दानेश कनेरिया को हिंदू होने के कारण अन्य खिलाड़ियों से भेदभाव झेलना पड़ता था.

अख्तर ने ये कहकर बवाल पैदा कर दिया कि कनेरिया का कुछ खिलाड़ियों ने अपमान किया क्योंकि वे हिंदू था. इस वजह से उसे जरूरी श्रेय नहीं मिला और कुछ खिलाड़ी तो उसके धर्म के कारण उसके साथ खाना नहीं खाते थे. कनेरिया ने भी अख्तर के बयान पर सहमति जताई और कहा कि वे जल्द ही उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करेंगे जिन्होंने उनके धर्म के कारण उनके साथ गलत व्यवहार किया.

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड
ये पूर्व स्पिनर 2012 से स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहा है. पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा,"अख्तर और कनेरिया दोनों संन्यास ले चुके हैं और हमसे अनुबंधित नहीं है इसलिए वे जो चाहे कर सकते हैं और कह सकते हैं. ये उनके विचार हैं और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट की पूरी व्यवस्था के खिलाफ नहीं बल्कि कुछ खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आरोप लगाए हैं."उन्होंने कहा,"जब कनेरिया खेल रहा था तब इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ पाकिस्तान के कप्तान रहे. अख्तर और कनेरिया ने जो कुछ कहा, इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए. इसमें बोर्ड को क्यों शामिल होना चाहिए."

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अख्तर और कनेरिया को पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इकबाल कासिम और मोहसिन खान का समर्थन मिला है. पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज ने मोहसिन खान ने कहा,"एक खिलाड़ी का आकलन उसके धर्म, रंग या जाति से नहीं बल्कि उसके क्रिकेट कौशल और टीम के प्रति प्रतिबद्धता से किया जाना चाहिए."

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कनेरिया और अख्तर के समय के खिलाड़ी इस मामले पर बोलें : PCB



 



कराची : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शोएब अख्तर के बयान से किनारा करते हुए कहा कि वे इस आरोप के लिये जवाबदेह नहीं है. अख्तर ने कहा था कि उनके पूर्व साथी दानेश कनेरिया को हिंदू होने के कारण अन्य खिलाड़ियों से भेदभाव झेलना पड़ता था.

अख्तर ने ये कहकर बवाल पैदा कर दिया कि कनेरिया का कुछ खिलाड़ियों ने अपमान किया क्योंकि वे हिंदू था. इस वजह से उसे जरूरी श्रेय नहीं मिला और कुछ खिलाड़ी तो उसके धर्म के कारण उसके साथ खाना नहीं खाते थे. कनेरिया ने भी अख्तर के बयान पर सहमति जताई और कहा कि वे जल्द ही उन खिलाड़ियों के नामों का खुलासा करेंगे जिन्होंने उनके धर्म के कारण उनके साथ गलत व्यवहार किया.

ये पूर्व स्पिनर 2012 से स्पॉट फिक्सिंग के कारण आजीवन प्रतिबंध झेल रहा है. पीसीबी के प्रवक्ता ने कहा,"अख्तर और कनेरिया दोनों संन्यास ले चुके हैं और हमसे अनुबंधित नहीं है इसलिए वे जो चाहे कर सकते हैं और कह सकते हैं. ये उनके विचार हैं और उन्होंने पाकिस्तान क्रिकेट की पूरी व्यवस्था के खिलाफ नहीं बल्कि कुछ खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आरोप लगाए हैं."

उन्होंने कहा,"जब कनेरिया खेल रहा था तब इंजमाम उल हक, राशिद लतीफ, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ पाकिस्तान के कप्तान रहे. अख्तर और कनेरिया ने जो कुछ कहा, इस पर उन्हें जवाब देना चाहिए. इसमें बोर्ड को क्यों शामिल होना चाहिए."

अख्तर और कनेरिया को पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इकबाल कासिम और मोहसिन खान का समर्थन मिला है. पूर्व टेस्ट सलामी बल्लेबाज ने मोहसिन खान ने कहा,"एक खिलाड़ी का आकलन उसके धर्म, रंग या जाति से नहीं बल्कि उसके क्रिकेट कौशल और टीम के प्रति प्रतिबद्धता से किया जाना चाहिए."


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