बर्मिघम : जब धोनी क्रीज पर बल्लेबाजी करने उतरे उस समय भारत को 11 रन प्रति ओवर चाहिए थे लेकिन देखते ही देखते ये आंकड़ा 15 के पास पहुंच गया. पूर्व क्रिकेटरों ने अनुभवी भारतीय क्रिकेटर एमएस धोनी को इंग्लैंड द्वारा मिले लक्ष्य का पीछा करते हुए जीतने के इरादे से नहीं खेलने के लिए सवालों के घेरे में खड़ा किया है.
धोनी ने 31 गेंदों पर 42 रनों की नाबाद पारी खेली. विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी जब क्रीज पर आए तो भारत को जीतने के लिए 11 रन/ओवर चाहिए थे. धोनी इस दौरान सिंगल पर अपना ध्यान लगा रहे थे. जिस वजह से कुछ देर में ये 15 पर पहुंच गया.
अपनी पारी के दौरान धोनी ने बाद में 4 बाउंड्री लगाई और भारत के लिए उस मैच का एकमात्र छक्का भी लगाया लेकिन तब तक विराट एंड कंपनी को इस विश्वकप में अपनी पहली हार का सामना करना पड़ा.
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इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने आखिरी के 10 ओवरों में कहा, 'मैं पूरी तरह से चकित हूं. ये क्या हो रहा है. उन्हें इसकी जरुरत नहीं हैं. उन्हें रन बनाने की जरुरत है. कुछ भारतीय फैंस जा रहे हैं. निश्चित रूप से वे धोनी को अपने शॉट्स खेलते देखना चाहते हैं. विश्वकप की टॉप 2 टीमें आमने-सामने हैं. भारतीय प्रशंसक चाहेंगे कि उनकी टीम और अच्छा करे. वे अपनी टीम को अंत तक जीतते हुए देखना चाहते हैं.
भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने भी भारत के दृष्टिकोण से आश्चर्यचकित थे और उन्होंने कहा कि 5 विकेट हाथ में थे और अभी भी हम डॉट गेंदे खेल रहे हैं. ये अजीब था. मेरे पास इसके लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं है. आपने मुझसे सवाल पूछा था लेकिन मैं इन सिंगल को नहीं समझा सकता. आप 338 का पीछा नहीं कर सकते हैं और अभी भी 5 विकेट हाथ में हैं.