हैमिल्टन: अपने करियर का सौवां टेस्ट खेलने जा रहे न्यूजीलैंड के सीनियर बल्लेबाज रॉस टेलर ने कहा कि अपनी गलतियों से वह सबक सीखते आए हैं. उनसे अधिक टेस्ट न्यूजीलैंड के लिये सिर्फ स्टीफन फ्लेमिंग, ब्रेंडन मैकुलम और डेनियल विटोरी ने खेले हैं.
वह भारत के खिलाफ 21 फरवरी से शुरू हो रहे पहले टेस्ट के जरिए टेस्ट मैचों का शतक पूरा करेंगे.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, "किसी का करियर परफेक्ट नहीं होता. कई बार आप नाकाम रहते हैं. गलतियां और हालात आपको परिपक्व बनाते हैं."
यह पूछने पर कि सौ टेस्ट की उनके लिए क्या अहमियत है. उन्होंने कहा, 'शायद अब बूढा हो गया है, लेकिन मैं अपनी उपलब्धियों से खुश हूं.'
टेलर ने कहा, "एक बल्लेबाज के तौर पर टेस्ट क्रिकेट और क्रिकेट में मैने कई उतार चढाव देखे हैं. वेलिंगटन की मेरे दिल में खास जगह है. मैं अपने करियर के आखिर में इन सुनहरी यादों को सहेजकर रखूंगा."
उन्होंने इस बात से इनकार किया कि पहले टेस्ट में जज्बात उन पर हावी होंगे.
उन्होंने कहा, "आखिर में तो यह एक मैच ही है जिसमें आपकी कोशिश टीम को जिताने की होती है. इसी का पूरा मजा लेना है. मैदान पर उतरने के बाद हर खिलाड़ी यही करना चाहता है."
टेलर ने अपनी उपलब्धियों का श्रेय पत्नी विक्टोरिया को देते हुए कहा, "मेरी पत्नी विक्टोरिया के लिए तीन बच्चों को अकेले पालना आसान नहीं था. हम इतना समय खेलते हैं लेकिन जब घर पर होते हैं तो मैं उनका पिता होता हूं. मेरे बच्चे इतने बड़े हो गए हैं कि समझते हैं कि उनके पिता क्या करते हैं."