नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का हाल ही में कार्यकाल खत्म हो गया है. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने टीम की भलाई के लिए कई मुश्किल फैसले भी लिए थे. इसके बावजूद 45 साल के प्रसाद को अपने लिए गए कुछ फैसलों का दुख भी है जो उन्होंने बतौर चयनकर्ता लिए थे.
एमएसके प्रसाद ने उन बड़े फैसलों के बारे में खुलासा किया जो उन्हें बतौर चयनकर्ता लिया और उन्हें उसका मलाल है. पहला मलाल तो उन्हें करुण नायर को ज्यादा मौके न देने का है. 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने तिहरा शतक जड़ा था. मगर इसके बाद उन्हें टेस्ट मैच खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए थे और नायर को टीम से बाहर भी कर दिया गया था.
एमएसके प्रसाद ने महसूस किया था कि उनके पैनल को नायर को दोबारा मौका दिया जाना चाहिए था. प्रसाद ने कहा कि उन्हें नायर के लिए बुरा लगता है. खासकर उनके तिहरे शतक के बाद से उन्हें और भी अधिक बुरा लगता है. तिहरे शतक के बाद नायर को अधिक मौके नहीं दिए गए. उन्हें वापसी का मौका नहीं दिया गया. उन्होंने कहा, “अगर कोई 300 रन का स्कोर करता है, ये वर्ल्ड क्रिकेट में बहुत ही मुश्किल से देखने को मिलता है और हम उन्हें वापसी का मौका नहीं दे पाए, जो बहुत ही दिल तोड़ने वाला है. न सिर्फ करुण के लिए, बल्कि हम सभी के लिए.”
उन्होंने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि रायडू को इसके लिए बुरा महसूस होता है. इस फैसले से पूरी चयन समिति, सभी सदस्य को भी बुरा महसूस हुआ.”