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धोनी इंग्लैंड क्रिकेट खेलने गए हैं, महाभारत के लिए नहीं : पाकिस्तानी मंत्री - एमएस धोनी

पाकिस्तान के मंत्री ने भारतीय बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपिंग दस्तानों पर बने सेना के चिन्ह को लेकर उठे विवाद पर कहा है कि धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं न कि महाभारत लड़ने.

MS Dhoni
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Published : Jun 8, 2019, 12:01 AM IST

नई दिल्ली : आईसीसी ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि वो धोनी को दस्तानों पर 'बलिदान बैज' बनाए रखने की अनुमति नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करना उसके नियमों के खिलाफ है. धोनी के दस्तानों पर सेना के निशान से आईसीसी को भी आपत्ति हुई थी.

एम एस धोनी
एम एस धोनी
पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया है, "धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं न कि महाभारत के लिए. भारतीय मीडिया में क्या बेतुकी बहस हो रही है.'' आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के पहले मैच में धोनी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स के चिन्ह का इस्तेमाल करते देखा गया था. आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि वह धोनी के दस्तानों पर से ये चिन्ह हटवाए.

धोनी के दस्तानों पर सेना के चिन्ह की अनुमति नहीं दे सकते : ICC

धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिन्ह है. सिर्फ पैरामिल्रिटी कमांडो को ही ये चिन्ह धारण करने का अधिकार है. धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधि मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है. इस पर हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है, लेकिन आईसीसी की सोच और नियम अलग हैं. आईसीसी के नियम के मुताबिक, "आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."

नई दिल्ली : आईसीसी ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि वो धोनी को दस्तानों पर 'बलिदान बैज' बनाए रखने की अनुमति नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करना उसके नियमों के खिलाफ है. धोनी के दस्तानों पर सेना के निशान से आईसीसी को भी आपत्ति हुई थी.

एम एस धोनी
एम एस धोनी
पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया है, "धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं न कि महाभारत के लिए. भारतीय मीडिया में क्या बेतुकी बहस हो रही है.'' आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के पहले मैच में धोनी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स के चिन्ह का इस्तेमाल करते देखा गया था. आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि वह धोनी के दस्तानों पर से ये चिन्ह हटवाए.

धोनी के दस्तानों पर सेना के चिन्ह की अनुमति नहीं दे सकते : ICC

धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिन्ह है. सिर्फ पैरामिल्रिटी कमांडो को ही ये चिन्ह धारण करने का अधिकार है. धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधि मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है. इस पर हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है, लेकिन आईसीसी की सोच और नियम अलग हैं. आईसीसी के नियम के मुताबिक, "आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."

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पाकिस्तान के मंत्री ने भारतीय बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के विकेटकीपिंग दस्तानों पर बने सेना के चिन्ह को लेकर उठे विवाद पर कहा है कि धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं न कि महाभारत लड़ने.



नई दिल्ली : आईसीसी ने अपने बयान में साफ कर दिया है कि वो धोनी को दस्तानों पर 'बलिदान बैज' बनाए रखने की अनुमति नहीं दे सकती क्योंकि ऐसा करना उसके नियमों के खिलाफ है. धोनी के दस्तानों पर सेना के निशान से आईसीसी को भी आपत्ति हुई थी.

पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने ट्वीट किया है, "धोनी इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने गए हैं न कि महाभारत के लिए. भारतीय मीडिया में क्या बेतुकी बहस हो रही है.''

आईसीसी विश्व कप-2019 में भारत के पहले मैच में धोनी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विकेटकीपिंग दस्तानों पर भारतीय पैरा स्पेशल फोर्स के चिन्ह का इस्तेमाल करते देखा गया था. आईसीसी ने बीसीसीआई से कहा है कि वह धोनी के दस्तानों पर से ये चिन्ह हटवाए.



धोनी के दस्तानों पर 'बलिदान ब्रिगेड' का चिन्ह है. सिर्फ पैरामिल्रिटी कमांडो को ही ये चिन्ह धारण करने का अधिकार है. धोनी को 2011 में पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल के मानद उपाधि मिली थी. धोनी ने 2015 में पैरा ब्रिगेड की ट्रेनिंग भी ली है.



इस पर हालांकि सोशल मीडिया पर धोनी की काफी तारीफ हो रही है, लेकिन आईसीसी की सोच और नियम अलग हैं. आईसीसी के नियम के मुताबिक, "आईसीसी के कपड़ों या अन्य चीजों पर अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान राजनीति, धर्म या नस्लभेदी जैसी चीजों का संदेश नहीं होना चाहिए."


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