शिकागो: कराची में जन्मे मोहम्मद बशीर बोजई ने भारत-पाकिस्तान के मैच जो आईसीसी द्वारा आयोजित किए जाते हैं उनसे एक फैन के तौर पर रिटायर्मेंट ले लिया है.
तीर-प्रतिद्वंद्वियों को एक्शन में देखने के लिए दुनिया की यात्रा करने वाले मोहम्मद बशीर, उर्फ 'पाकिस्तानी चाचा' के लिए अब भारत-पाकके मैच कोई मायने नहीं रखते हैं.
बता दें कि पाकिस्तानी चाचा को पाकिस्तानी फैंस द्वारा काफी अपमानित किया गया था जब वो ऑडियंस में रहकर धोनी के लिए चियर करते थे.
वहीं, उन्होंने ये भी कहा है कि चाचा रांची जाने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने कहा है कि हालातों के सुधरते ही वो जल्द रांची जाएंगे.
पाकिस्तानी चाचा ने एक बयान में कहा, "धोनी ने संन्यास ले लिया है और इसलिए मैं अब खुद को क्रिकेट के लिए देश विदेश जाते नहीं देख रहा. मैं उनसे प्यार करता था और वो मुझसे प्यार करते थे.”
उन्होंने कहा, "सभी महान खिलाड़ियों को एक दिन तो खेल को अलविदा कहना ही होता है. लेकिन उनका संन्यास मुझे काफी दुखी कर गया है. उन्होंने कहा कि वो एक शानदार फेयरवेल के हकदार हैं लेकिन वो इन सबसे परे हैं."
चाचा ने आगे कहा, “मैं रांची में उनके घर जाउंगा जब चीजें सामान्य हो जाएंगी. कम से कम मैं उसे भविष्य के लिए शुभकामनाएं दे सकता हूं. मैं राम बाबू से भी अपने साथ आने के लिए कह दूंगा."
भावूक होकर चाचा बशीर ने कहा, “कुछ अवसरों पर, मुझे उनके साथ कुछ समय मिला, लेकिन 2019 में, हम ज्यादा बातचीत नहीं कर सके लेकिन हमेशा की तरह उन्होंने मेरे लिए एक टिकट की व्यवस्था की"
चाचा ने कहा, “2018 में एशिया कप के दौरान, वो मुझे अपने कमरे में ले गए और मुझे अपनी जर्सी दी. ये वास्तव में सबसे स्पेशल था.
चाचा ने आगे कहा, “जब मेरे पास पहुंचने का समय नहीं था, तो उसने टिकट के साथ सहयोगी स्टाफ के एक सदस्य को भेजा. उसको ऐसा करेन की जरूरत नहीं थी लेकिन उसने फिर भी किया."