अहमदाबाद: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वागत के लिए गुजरात के अहमदाबाद में तैयारियां पुरी हो चुकी है. मोटेरा क्रिकेट स्टेडियम में डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में आज हिस्सा लेंगे. ये स्टेडियम दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है. आईए जानते है इस स्टेडियम के बारे में कुछ खास बातें.
63 एकड़ जमीन पर बने इस स्टेडियम की कीमत 700 करोड़ रुपये है. इस स्टेडियम में 1 लाख 10 हजार लोग एक साथ बैठकर क्रिकेट का आनंद ले सकते हैं.
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है मोटेरा स्टेडियम
दुनिया के सबसे बड़े स्टेडियम में तीन अभ्यास मैदान, एक क्लब हाउस, एक ओलंपिक आकार का स्विमिंग पूल और एक इनडोर क्रिकेट अकादमी भी बनाई गई है. स्टेडियम के हर स्टैंड में एक फूड कोर्ट और हॉस्पिटैलिटी एरिया भी है. इस स्टेडियम में आउट डोर के अलावा इन डोर गेम की सुविधा दी गई है. क्रिकेट के साथ-साथ इस स्टेडियम में 40 अन्य खेलों के लिए फैसिलिटी बनाई गई है.
पार्किंग का ध्यान रखते हुए इस स्टेडियम में 3 हजार कार और 10 हजार टूविलर पार्क करने की भी जगह बनाई गई है. डे नाईट मैच के दौरान खिलाड़ियों के आंख में लाइट ना चुबे इसके लिए स्टेडियम की छत पर फ्लड लाइट लगाई गई है. ये लाइट हॉलैंड से आई है. इस स्टेडियम में 580 फ्लड लाइट्स का इस्तेमाल किया गया है.
यह स्टेडियम देश का इकलौता ऐसा स्टेडियम है, जहां डे-नाइट मैच के लिए एलईडी लाइट्स का इस्तेमाल किया गया है. स्टेडियम में विशाल एलईडी
इस स्टेडियम का काम 2017 में काम शुरु हुआ और तीन साल की मेहनत के बाद ये स्टेडियम बनकर तैयार हो गया है.
बारिश को लेकर खास इंतजाम
इस मैदान का ड्रेनेज सिस्टम बहुत अच्छा बनाया गया है. बारिश खत्म होने के 20 मिनट के अंदर मैदान को खेल शुरू करने के लिए तैयार किया जा सकता है.
चार सालों में तैयार हुआ स्टेडियम
पुराने मोटेरा स्टेडियम पर अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच नवम्बर 2014 में खेला गया था. उसके बाद वर्ष 2015 में पुराने स्टेडियम को तोडऩे के बाद इसी जगह पर नया स्टेडियम बनाने की शुरुआत की गई. नए स्टेडियम के लिए भूमि पूजन 2017 में किया गया था और करीब तीन वर्षों के निर्माण के बाद यह स्टेडियम तैयार हुआ.
मोटेरा स्टेडियम से जुड़ी है भारतीय टीम की कई यादें
हरफनमौला कपिल देव ने न्यूजीलैंड के रिचर्ड हैडली के सर्वाधिक 432 टेस्ट विकेट का रिकॉर्ड तोड़ा था. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक यहीं पर जड़ा था. इसी मैदान पर भारत ने वर्ष 2011 में विश्व कप क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के लगातार मैच जीतने का रथ रोका था.
नया मोटेरा स्टेडियम बनने से पहले ही, यहां पुराने मोटेरा स्टेडियम पर क्रिकेट के कई विश्व कीर्तिमान बन चुके हैं. 'लिटिल मास्टर' सुनील गावस्कर ने वर्ष 1987 में यहीं पर टेस्ट क्रिकेट में पहली बार दस हजार रन पूरे करने का रिकॉर्ड बनाया था.