कोलकाता : भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप ए के हैदराबाद के खिलाफ मैच में बंगाल के लिए तिहरा शतक जड़ा था. उनकी इस नाबाद पारी के बाद उन्होंने कहा कि ये पारी किसी को कुछ साबित करने के लिए नहीं खेली थी. आपको बता दें कि आईपीएल 2020 के लिए हुई नीलामी में किसी फ्रेंचाइजी ने उनको नहीं खरीदा था.
इसपर मनोज ने साफ किया था कि किसी फ्रेंचाइजी को दिखाने के लिए ये पारी नहीं खेली थी. उन्होंने कहा,"मेरा काम है मैदान पर उतरना और बल्ले से टीम के लिए योगदान करना. मैं अपनी फील्डिंग से भी योगदान करना चाहता हूं, ये सोच कर मैं मैदान में उनकी नहीं उतरता कि मुझे इसलिए रन बनाने हैं क्योंकि बाहर किसी को कुछ साबित करना है."
बंगाल बनाम हैदराबाद मैच में तिवारी की पारी 20 जनवरी को तिवारी ने हैदराबाद के खिलाफ तिहरा शतक जड़ा था जिसके बाद वे 21 सालों में पहली बार बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बन गए थे. उन्होंने पहली पारी में बंगाल के लिए 30 चौकों और पांच छक्कों की मदद से 303 रनों की नाबाद पारी खेली. वो पारी बंगाल ने 635/7 के स्कोर पर घोषित कर दी थी.
अपने तिहरे शतक के बारे में बात करते हुए कहा,"ये मेरे लिए संतुष्ट करने वाली पारी थी क्योंकि वो बहुत मुश्किल वक्त पर निकली. सुबह विकेट बहुत जल्दी गिरे. मुझे जिम्मेदारी लेते हुए मैदान पर कुछ समय बिताना था. सबसे खुशी मुझे इस बात से मिली कि हम मैच जीत गए."
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मनोज का मानना है कि वे अगले 10 सालों तक क्रिकेट खेल सकते हैं. तिवारी ने कहा,"मुझे अगले 10 साल क्रिकेट खेलना है उसके लिए मुझे फिट होना पड़ेगा. अपने आप मेरा सेलेक्शन नहीं होगा. पहले के प्रदर्शन देखूं तो मैं टीम का हिस्सा नहीं होना चाहता. इसलिए मैं फिटनेस को प्राथमिकता देता हूं."