कोलकाता : भारत इस समय ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ दिन-रात प्रारूप का मैच खेल रहा है. ये दोनों टीमों का गुलाबी गेंद से पहला मैच है. कोहली ने इस मैच में 136 रनों की पारी खेली है.
विराट अलग तरह के खिलाड़ी हैं
गायकवाड़ ने एक वेबसाइट से बात करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि ये उनके लिए काफी आसान है, उन्होंने इसे आसान कर दिया है. मैंने गेंद से कुछ बड़ा होते नहीं देखा. विराट अलग तरह के खिलाड़ी हैं. सबसे अहम उनकी निरंतरता है. आप रोहित शर्मा की तरह शतक बना सकते हो, दोहरे शतक लगा सकते हो लेकिन फिर ब्रेक आता है, लेकिन विराट ब्रेक नहीं लगाते."
कोहली ने मजबूती से वापसी की
पूर्व कोच ने कहा, "इस स्तर पर आप गेंदबाज हों या बल्लेबाज, ये तैराकी की तरह है. अगर आप छह महीने नहीं तैरेंगे और फिर आपको पानी में फेंक दिया जाएगा, अगर आप तैरना जानते हो तो आप तैर लोगे. विराट के साथ भी यही है. उन्होंने अभी ब्रेक लिया था जो उनके लिए अच्छा साबित हुआ और उन्हें इसकी जरूरत थी. अब उन्होंने मजबूती से वापसी की है. उनकी तरह के लोग सचिन तेंदुलकर की तरह ही महान होते हैं."
'लाल की तुलना में गुलाबी गेंद ज्यादा दिखती है'
मुझे नहीं लगता कि चीजें बदल सकती हैं
गायकवाड़ से जब पूछा गया कि अगर भारत बाहर कहीं ऑस्ट्रेलिया जैसे देश में दिन-रात का टेस्ट मैच खेले तो क्या हालत बदल सकते हैं? गायकवाड़ ने इस पर कहा, "अगर हम ऑस्ट्रेलिया में गुलाबी गेंद से टेस्ट मैच खेलते हैं तो मुझे नहीं लगता कि चीजें बदल सकती हैं. गुलाबी गेंद भी बाकी की गेंदों की तरह है. सिर्फ रंग की अलग है और इस पर एक लेयर ज्यादा है. वो भी चमड़े के कारण."