हैदराबाद : कर्नाटक के घरेलू क्रिकेटर और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुके और अब किंग्स इलेवन पंजाब से जुड़ चुके कृष्णप्पा गौतम ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने अपने लॉकडाउन के दिनों से लेकर अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू की इच्छा के बारे में खुल कर बात की.
लॉकडाउन के दिनों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, "मैं ठीक हूं और लॉकडाउन जैसा बाकी सब लोगों के लिए जा रहा है वैसा ही मेरा भी कट रहा है. मैं घर में हूं. घर पर परिवार के साथ काफी समय बिताने का मौका मिला तो अच्छा लग रहा है." उन्होंने अपने निकनेम 'भज्जी' के बारे में बताते हुए कहा कि उनको उनके दोस्त 'भज्जी' कह कर बुलाते हैं क्योंकि वे पहले हरभजन सिंह की तरह गेंदबाजी किया करते थे.
गौतम ने बताया कर्नाटक प्रीमियर लीग और इंडियन प्रीमियर लीग के बीच अंतर
31 वर्षीय गौतम ने कहा, "आईपीएल में आपको अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ खेलने का मौका मिलता गै, बहुत कुछ सीखते हैं. वहीं, केपीएल में लोकल टैलेंट मिल जाते हैं. आप कई खिलाड़ियों से मिलते हो. वहां युवा खिलाड़ी निकल कर आते हैं जहां आप अपना अनुभव साझा कर सकते हैं. दोनों लीग काफी अलग है. आईपीएल खेल कर लगता है जैसे आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं और केपीएल में युवा खिलाड़ी काफी कुछ सीखते हैं."
किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेलने के लिए कितने उत्सुक हैं?
इंडिया ए खेल चुके कृष्णप्पा गौतम ने बताया, "उस टीम में हम चार लोग हैं, मयंक (अग्रवाल), करुण (नायर), केएल राहुल और जगदीश सुचित. वो लगभग कर्नाटक टीम की तरह लगेगी. मैं काफी उत्साहित हूं आईपीएल के लिए. कई सालों से हमारे बीच टीम बॉन्डिंग है. हमने कई जीत साथ में देखी हैं, जीत हार देखी और साथ रहे. खुशी मिलती है जब ऐसे टूर्नामेंट में आपके जानने वाले आपकी टीम में होते हैं तो क्योंकि बेहतर रहता है जब आप किसी से बात कर सको तो."
ऑलराउंडर के तौर पर सबसे कठिन गेंदबाज और बल्लेबाज कौन है?
बेंगलुरू के हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, "मैं पावरप्ले में गेंदबाजी करता हूं तो कई रन बनते हैं तो कई लोग हैं जो अच्छी बल्लेबाजी करते हैं जब मैं गेंदबाजी करता हूं तो. सुनील नरेन मेरी गेंदों पर अच्छी बल्लेबाजी करते हैं लेकिन मैं विराट का नाम लूंगा. वो बेस्ट हैं."
कृष्णप्पा गौतम ने आगे कहा, "आईपीएल में कठिन गेंदबाज के तौर पर मैं जोफ्रा (आर्चर) का नाम लूंगा. वो नेट्स पर गेंदबाजी करते थे जो बहुत खतरनाक होती थी. तो मुझे लगता है कि बल्लेबाजों के सामने वो थोड़े कठिन हैं."
भारतीय टीम में डेब्यू को लेकर भी बोले गौतम
हरफनमौला क्रिकेटर गौतम ने कहा, "जब भी टीम में खिलाड़ियों की जरूरत पड़ेगी, मुझे उम्मीद है कि मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलेगा. जैसे हर बच्चे का सपना होता है कि वो देश के लिए खेले, वही सपना मेरा भी है. मैं आशा करता हूं कि जल्द टीम में आऊंगा."
गेंद पर लार लगाना बैन हो गया है, इस बारे में क्या राय है?
गौतम ने कहा, "ये ट्रायल है. हालांकि गेंद पर लार न लगाने से टेस्ट मैचों में फर्क पड़ेगा क्योंकि लार लगाने से गेंद स्विंग करती है. मैं स्पिनर हूं इसलिए मैं ड्रिफ्ट के बारे में बात करूंगा. लार के कारण गेंद ड्रिफ्ट करती है. लेकिन मैं आशा करता हूं कि जल्द ये स्थिति ठीक हो और हम पहले की तरह क्रिकेट खेल सकें."
उन्होंने कहा कि अगर लार के अलावा और कुछ भी लगाते हैं तो लगेगा कि गेंद से छेड़छाड़ कर रहे हैं. लेकिन हो सकता है कि कोई ऐसा रास्ता होगा जो लीगल होगा जो बल्लेबाज और गेंदबाज, दोनों के लिए ठीक रहेगा.
मास्क पहन कर गेंदबाजी करना मुमकिन है?
कर्नाटक के लिए 42 प्रथम श्रेणी क्रिकेट और 45 लिस्ट ए क्रिकेट खेल चुके गौतम ने कहा, "मास्क पहन कर गेंदबाजी करने की जरूरत है ही नहीं क्योंकि वहां जाने से पहले सभी को चेक किया जाएगा. हम अपने स्वास्थय का ख्याल रखेंगे और जांच की जाएगी कि सभी लोग स्वस्थ हैं. स्वास्थ्य को प्राथमिकता मिलेगा और तब ही मैच खिलाया जाएगा. मुझे नहीं लगता मैच के दौरान मास्क पहनना बहुत जरूरी चीज है. मास्क पहन कर गेंदबाजी करने में दिक्कत आएगी, आप ठीक से सांस नहीं ले पाएंगे क्योंकि जब आप भागेंगे तो सांस लेने में परेशानी होगी और मुझे नहीं लगता कि ये संभव है."
बंद दरवाजों में मैच खेलने में कैसा लगेगा?
गौतम ने कहा कि बिना दर्शकों के मैच खेलना थोड़ा अलग होगा लेकिन हमने रणजी ट्रॉफी मैचों में भी लगभग स्टेडियम खाली ही रहता है तो शायद ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा. लेकिन जब आप आईपीएल खेलते हैं या बड़े मैच खेलते हैं तो दर्शकों के होने से फर्क पड़ेगा. हालांकि जब इसे हम एक्सपीरियंस नहीं कर लेते तब तक कुछ कह नहीं सकते. हमको बस इंतजार करना पड़ेगा.