नई दिल्ली: रणजी ट्रॉफी को सत्र 2019-20 में नया चैम्पियन मिला. सौराष्ट्र की टीम को पहली बार रणजी चैम्पियन बनने का गौरव हासिल हुआ. सौराष्ट्र की इस जीत में सबसे बड़ा योगदान उनके कप्तान जयदेव उनादकट का रहा. वे इस रणजी सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे.
उनादकट ने सौराष्ट्र को पहली ट्रॉफी दिलाने के बाद कहा था कि, "मेरे अंदर अब भी भारतीय टीम में वापसी की वही भूख है. यह बेताबी अब और ज्यादा बढ़ गई है और यह मुझे पूरे सत्र में प्रोत्साहित करती रही. ईमानदारी से कहूं तो सत्र में शानदार खेलने के लिए शारीरिक रूप से काफी चुनौतियां रहीं. लगभग प्रत्येक मैच में तेज गेंदबाज के तौर पर इतने लंबे स्पैल फेंकना काफी चुनौतीपूर्ण रहा.
भारतीय कप्तान विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का भी कहना है कि जयदेव उनादकट को टीम इंडिया में शामिल कर लेना चाहिए.
राजकुमार शर्मा ने कहा, "मैं सौराष्ट्र को रणजी ट्रॉफी में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई देता हूं, विशेषकर जयदेव उनादकट, जिन्होंने महत्वपूर्ण स्पैल फेंका और मेगा इवेंट में 67 विकेट लिए. उनादकट को भारतीय टीम में शामिल किया जाना चाहिए. आईपीएल में उन्होंने पहले ही खुद को साबित कर दिया था और अब उन्होंने दिखा दिया है कि वह खेल के सबसे लंबे प्रारूप में कितने उपयोगी हो सकते हैं.
पुजारा ने भी की तारीफ
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा, "मैं सहमत हूं कि उनादकट ने पूरे सत्र में काफी अच्छी गेंदबाजी की. अगर किसी ने एक सत्र में 67 विकेट चटकाए हैं तो मुझे नहीं लगता कि ऐसा कोई है जो रणजी ट्रॉफी में इससे बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. भारतीय टीम में चुने जाने के लिए रणजी ट्रॉफी के प्रदर्शन को भी काफी अहमियत दी जानी चाहिए."
उन्होंने कहा, "मुझे हैरानी होगी अगर उसे भारतीय टीम में नहीं चुना जाएगा. उनादकट आईपीएल में राजस्थान रायल्स के मुख्य खिलाड़ी हैं, उन्हें नीलामी में दो बार काफी बड़ी राशि में खरीदा गया.