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नेस वाडिया ने कहा, ये इंडियन प्रीमियर लीग है चीन प्रीमियर लीग नहीं!

नेस वाडिया ने इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चीन की कंपनियों के प्रायोजन को धीरे-धीरे खत्म करने की मांग है.

NESS WADIA
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Published : Jul 1, 2020, 11:01 AM IST

नई दिल्ली: भारत सरकार ने चीन के 59 ऐप्स को बैन कर दिया है. जिसके बाद से किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के मालिक नेस वाडिया ने भी चीनी कंपनियों के प्रायोजन को खत्म करने की मांग कर डाली है.

किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया ने इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चीन की कंपनियों के प्रायोजन को धीरे-धीरे खत्म करने की मांग की. गलवान घाटी में 15 जून को 20 भारतीय सैनिकों की मौत के बाद चीन के उत्पादों के बहिष्कार की मांग लगातार जोर पकड़ रही है. चीन ने हालांकि अब तक अपने सैनिकों के मारे जाने की जानकारी साझा करने से इनकार किया है.

NESS WADIA
नेस वाडिया

गलवान में हुई घटना के बाद बीसीसीआई को चीन की कंपनियों द्वारा प्रायोजन की समीक्षा के लिए आईपीएल संचालन परिषद की बैठक बुलानी पड़ी लेकिन ये बैठक अब तक नहीं हो पाई है.

सोमवार को भारत ने चीन के 59 ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया. वाडिया ने मंगलवार को कहा, ‘‘हमें देश की खातिर आईपीएल (IPL) में चीन के प्रायोजकों से नाता तोड़ना चाहिए. देश पहले है, पैसा बाद में आता है. और ये इंडियन प्रीमियर लीग है, चीन प्रीमियर लीग नहीं. इसे उदाहरण पेश करना चाहिए और रास्ता दिखाना चाहिए.'

नेस वाडियो ने कहा, 'हां, शुरुआत में प्रायोजक ढूंढना मुश्किल होगा लेकिन मुझे लगता है कि पर्याप्त भारतीय प्रायोजक मौजूद हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं. हमें देश और सरकार का सम्मान करना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण सैनिकों को जो हमारे लिए अपना जीवन जोखिम में डालते हैं.'

नई दिल्ली: भारत सरकार ने चीन के 59 ऐप्स को बैन कर दिया है. जिसके बाद से किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के मालिक नेस वाडिया ने भी चीनी कंपनियों के प्रायोजन को खत्म करने की मांग कर डाली है.

किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया ने इस महीने की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के कारण मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में चीन की कंपनियों के प्रायोजन को धीरे-धीरे खत्म करने की मांग की. गलवान घाटी में 15 जून को 20 भारतीय सैनिकों की मौत के बाद चीन के उत्पादों के बहिष्कार की मांग लगातार जोर पकड़ रही है. चीन ने हालांकि अब तक अपने सैनिकों के मारे जाने की जानकारी साझा करने से इनकार किया है.

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नेस वाडिया

गलवान में हुई घटना के बाद बीसीसीआई को चीन की कंपनियों द्वारा प्रायोजन की समीक्षा के लिए आईपीएल संचालन परिषद की बैठक बुलानी पड़ी लेकिन ये बैठक अब तक नहीं हो पाई है.

सोमवार को भारत ने चीन के 59 ऐप्स को प्रतिबंधित कर दिया. वाडिया ने मंगलवार को कहा, ‘‘हमें देश की खातिर आईपीएल (IPL) में चीन के प्रायोजकों से नाता तोड़ना चाहिए. देश पहले है, पैसा बाद में आता है. और ये इंडियन प्रीमियर लीग है, चीन प्रीमियर लीग नहीं. इसे उदाहरण पेश करना चाहिए और रास्ता दिखाना चाहिए.'

नेस वाडियो ने कहा, 'हां, शुरुआत में प्रायोजक ढूंढना मुश्किल होगा लेकिन मुझे लगता है कि पर्याप्त भारतीय प्रायोजक मौजूद हैं जो उनकी जगह ले सकते हैं. हमें देश और सरकार का सम्मान करना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण सैनिकों को जो हमारे लिए अपना जीवन जोखिम में डालते हैं.'

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