हैदराबाद : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 को अपनी दोनों फाइनलिस्ट टीमें मिल चुकी हैं. 10 नवंबर को दुबई के दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में होने वाले फाइनल मुकाबले में गत चैंपिंयन मुंबई इंडियंस का सामना पहली बार फाइनल में जगह बनाने वाली दिल्ली कैप्टिलस से होगा.
मुंबई इंडियंस चार खिताब के साथ आईपीएल के इतिहास की सबसे सफल टीम रही है. और इस साल भी पूरे सीजन इस टीम ने एक चैंपियन की तरह खेल दिखाया है.
सीजन की शुरुआत से ही, ये एक ऐसी टीम रही है जिसे हराना मुश्किल रहा है. उनका ये डॉमिनेंश दिल्ली के खिलाफ पहले क्वालीफायर में साफ-साफ देखने को मिला जब उन्होंने दिल्ली को 57 रनों से करारी शिकस्त दी थी.
मंगलवार को होने वाले फाइनल मुकाबले से पहले आईए जान लेते है उन 5 खिलाड़ियों के नाम जो मुंबई को पांचवीं बार चैंपियन बनाने का माद्दा रखते हैं.
1. ईशान किशन
इस छोटा पैकेट बड़ा धमाका ने पूरे सीजन कमाल का प्रदर्शन किया है. खासकर दिल्ली के खिलाफ इनके बल्ले ने खूब दहाड़ लगाई है. इस युवा खिलाड़ी ने कई मौकों पर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है. टूर्नामेंट के 13वें सीजन में ईशान ने कुल 13 मैच खेले है और 483 रनों के साथ सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में चौथे स्थान पर हैं.
2. जसप्रीत बुमराह
मुंबई की बात हो और जसप्रीत बुमराह का नाम ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता. जब भी टीम को विकेट की तलाश रही है, इस तेज गेंदबाज ने विकेट निकाल कर दिया है. यॉर्कर किंग के नाम से मशहूर बुमराह ने खेले गए 14 मैचों में 27 विकेट अपने नाम किए हैं और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर है. इस साल तो कप्तान ने उन्हें बीच के ओवरों में भी काफी इस्तेमाल किया और वे वहां भी सफल साबित हुए.
3. ट्रेंट बोल्ट
न्यूजीलैंड के इस खिलाड़ी ने बुमराह का साथ बखूबी दिया है. दोनों ही खिलाड़ियों ने मिलकर अपने प्रतिद्वंदी टीम के खिलाड़ियों को काफी परेशान किया है. पहली बार मुंबई के लिए खेल रहे बोल्ट का ये सीजन काफी शानदार रहा हैं. उन्होंने खेले गए 14 मैचों में 22 विकेट लिए है और टीम को कई मौकों पर जीत दिलाई है. आईपीएल के फाइनल में ये देखना दिलचस्प होगा कि बोल्ट और बुमराह की जोड़ी कैसे दिल्ली के बल्लेबाजों की कमर तोड़ती है.
4. सूर्यकुमार यादव
आरसीबी के खिलाफ जब सूर्यकुमार ने "मैं हूं ना" का इशारा किया था तो वाकई ऐसा लगा था कि जब भी टीम को जरूरत होगी यादव दिवार की तरह खड़े रहेंगे. उन्होंने असल में भी पूरे टूर्नामेंट में ऐसा ही खेल दिखाया है. खेले गए 14 मैचों में 4 अर्धशतक की मदद से सूर्यकुमार ने 461 रन बनाए. जब तक ये खिलाड़ी क्रिज पर खड़ा रहता है, तब तक कप्तान को उम्मीद रहती है कि जीत हमारे पाले में ही आएगी.
5. कीरोन पोलार्ड
चाहे कप्तान की जिम्मेदारी संभालनी हो, या फिर बल्ले से आक्रमक खेल दिखाना हो, या फिर अहम मौके पर विकेट की दरकरार हो... इस कैरेबियाई खिलाड़ी ने हर एक रोल बखूबी निभाया है. पांड्या बंधुओं के साथ मिलकर पोलार्ड ने मीडिल ऑर्डर में धमाकेदार प्रदर्शन किया है. खेले गए 15 मैचों में इनके बल्ले से 259 रन निकले हैं जबकि उन्होंने 4 विकेट भी हासिल किए हैं. अगर पोलार्ड का बल्ला चल गया तो मुंबई की टीम का जीतना लगभग तय है.