कराची : भारत दूसरी पारी में अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट हो गया. ऑस्ट्रेलिया ने मैच आठ विकेट से जीतकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई. पाकिस्तान के पूर्व सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा, ''मुझे तब विश्वास नहीं हुआ जब सुबह मैंने आस्ट्रेलिया को दोबारा बल्लेबाजी करते हुए देखा और उन्हें केवल 90 रन की जरूरत थी.''
उन्होंने कहा, ''मैंने आउट होने के तरीकों पर गौर किया और ईमानदारी से कहूं तो पिच में कुछ भी गलत नहीं था. मुझे लगता है कि बल्लेबाजों ने जज्बा नहीं दिखाया और वे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को खेलने को लेकर दोहरी मानसिकता में लगे.''
पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा कि पाकिस्तानी टीम भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शारजाह में इसी तरह से 59 और 53 रन पर आउट हो गई थी. लतीफ ने कहा, ''ऐसा होता है जब गेंदबाज हर समय सही क्षेत्र पर गेंद करते हैं और गेंद बल्ले का किनारा लेकर सीधा क्षेत्ररक्षकों के पास जाती है. मुझे लगता है कि ये पतन इसलिए हुआ क्योंकि भारतीय बल्लेबाज शायद गेंदबाजों पर हावी होने की मानसिकता के साथ क्रीज पर उतरे थे.''
तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि उन्होंने जो कुछ देखा उस पर उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था. उन्होंने कहा, ''ये देखना (विराट) कोहली के लिए निश्चित तौर पर दुस्वप्न था कि उनकी पूरी टीम केवल 36 रन पर आउट हो गई. बल्लेबाजों का रवैया सकारात्मक नहीं था.
ऑस्ट्रेलिया के पास क्लीन स्वीप का बेहतरीन मौका : पोंटिंग
पहली पारी में बढ़त हासिल करके उनके पास जीत का बहुत अच्छा मौका था.'' दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियादाद ने इसे भारतीय क्रिकेट के लिये सबसे बुरा दिन बताया. उन्होंने कहा, ''ईमानदारी से कहूं तो कुछ गेंदों को खेलना बहुत मुश्किल था लेकिन मुझे इस पर हैरानी हुई कि किसी ने भी संघर्ष नहीं किया. ये टीम 36 रन पर आउट होने लायक नहीं है.''