ब्रिस्बेन: भारतीय क्रिकेट टीम ने मंगलवार को यहां चौथे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हरा दिया. इसके साथ भारत ने चार मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली, साथ ही भारत ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भी अपने पास बरकरार रखा है.
ऑस्ट्रेलियाा को इस मैदान को पिछली हार नवंबर 1988 में मिली थी, जब वेस्टइंडीज ने उसे नौ विकेटों से करारी शिकस्त दी थी. उस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया को 32 साल बाद गाबा के मैदान पर एक बार फिर से हार मिली है और इस बार उसे भारत ने धूल चटाई है.
ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर अब तक 56 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से उसने 33 जीते हैं, 13 ड्रॉ रहे हैं जबकि केवल नौ में ही उसे हार का सामना करना पड़ा. वहीं, एक मैच टाई रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच दिसंबर 1931 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था, जब उसने पारी और 163 रनों से बड़ी जीत दर्ज की थी. इसके बाद उसे इंग्लैंड के हाथों यहां लगातार दो हार झेलनी पड़ी थी.
हालांकि इसके बाद कंगारूओं ने वापसी की थी 1958 तक लगातार आठ टेस्ट मैच जीते थे. भारत ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर आस्ट्रेलिया के साथ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था, जहां उसे 39 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. भारत को गाबा मैदान पर इससे पहले अब तक एक भी जीत नहीं मिली थी अब मंगलवार को तीन विकेटों से मिली जीत, उसकी इस मैदान पर अब तक की पहली जीत है.
इस मैच से पहले ऑस्ट्रेलिया अपने घरेलू मैदान गाबा में 1989 से 2019 तक लगातार 31 मैचों से अजेय चल रही थी, जोकि विश्व टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड था. इस मामले में पाकिस्तान का रिकॉर्ड सबसे अच्छा है, जो अपने अपने घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में अजेय रहा है. पाकिस्तान 1955 से 2000 तक कराची के नेशनल स्टेडियम में सबसे ज्यादा लगातार 34 मैचों में अजेय रहा है.
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वहीं, वेस्टइंडीज किंगस्टन के ओवल में 1948 से 1993 तक लगातार 27 मैचों में अजेय रहा है जबकि इंग्लैंड 1905 से 1954 तक ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर लगातार 25 मैचों में अजेय रहा है.