हैदराबाद : टीम इंडिया और चेन्नई के पूर्व बल्लेबाज सुब्रमण्यम बद्रीनाथ, जिन्होंने धोनी के नेतृत्व में खेला है और उनके लिए बहुत सम्मान है. उन्होंने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वे खिलाड़ियों को सबसे बेहतर परखते हैं. एक वेबसाइट से बात करते हुए बद्रीनाथ ने कहा कि अगर वो (धोनी) आप पर भरोसा नहीं करते हैं, तो भगवान भी मदद नहीं कर सकते हैं.
बद्रीनाथ ने कहा, "धोनी ने हमेशा महसूस किया कि भूमिकाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं और ज्यादातर समय मेरी भूमिका टीम को कठिन परिस्थितियों से बाहर निकालना था."
उन्होंने कहा, ''मेरी भूमिका वहां मध्य क्रम में थी. धोनी की सबसे बड़ी ताकत ये है कि वो खिलाड़ियों को अतिरिक्त मौका देते हैं. अगर धोनी को लगता है कि बद्री ठीक है तो बद्री वहां रहेगा. एक बार जब वो इसे सही मानते हैं, तो वो प्रक्रिया पर ध्यान देते हैं. उनका कहना है कि मैं उसे मौके दूंगा, उसे खुद को साबित करने दो.''
95 आईपीएल मैचों में 40.65 की औसत से 1441 रन बनाने वाले बद्रीनाथ ने कहा, ''इसी तरह अगर वो मानते हैं कि आप बहुत अच्छे नहीं हैं, तो भी भगवान आपकी मदद नहीं कर सकता है. उनकी अपनी मानसिकता है. वे उस पर डटे रहते हैं, नतीजा कुछ भी हो. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है."
धोनी, जो कुछ दिन पहले 39 साल के हो गए यकीनन भारत का नेतृत्व करने वाले सबसे अच्छे कप्तानों में से एक थे. न केवल एक कप्तान के रूप में उनके पास सभी आईसीसी ट्राॉफियां हैं, बल्कि पहली बार आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भारतीय टीम को नंबर 1 स्थान पर पहुंचाया था.
बद्रीनाथ ने कहा, ‘‘मैंने धोनी से एक बात सीखी है कि अगर कुछ अच्छा हो रहा है तो उसके साथ छेड़छाड़ करना ठीक नहीं है.''