नई दिल्ली: भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और विदर्भ को दो बार रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाने वाले दिग्गज खिलाड़ी वसीम जाफर ने रविवार को कहा है कि वे इस सीजन के बाद फुल टाइम कोचिंग के बारे में सोच सकते हैं.
जाफर ने हालांकि साफ तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन इस बात के संकेत जरूर दे दिए हैं कि इस सीजन के बाद वे अपने करिअर के बारे में सोचेंगे और हो सकता है कि यह सीजन उनका आखिरी सीजन हो.
जाफर को हाल ही में आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब का बल्लेबाजी सलाहकार बनाया गया है. वे बांग्लादेश के साथ भी बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में काम कर चुके हैं.
यहां अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली के खिलाफ खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच के पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद जाफर ने पत्रकारों से कहा कि वह इस सीजन के बाद फुल टाइम कोचिंग के बारे में विचार कर सकते हैं.
जाफर ने कहा, आईपीएल का मेरा करार सीजन के शुरू में नहीं हुआ था. ये अभी हुआ है. बांग्लादेश के साथ करार पिछले सीजन के बाद हुआ था. उनके साथ मेरा करार, सीजन के बाद या जब में खेल नहीं रहा होता तब का है.
जाफर ने आगे कहा, खेलने के साथ साथ कोचिंग करना मुझे अच्छा लगता है क्योंकि में अभी सक्रिय रूप से खेल रहा हूं इसलिए मुझे पता है कि बच्चों के साथ क्या समस्या है या उनके साथ मेंटली क्या समस्या हो सकती हैं. इसलिए में उन समस्याओं को समझ सकता हूं और सुलझा भी सकता हूं.
उन्होंने कहा, ये मेरे लिए फायदे की बात है कि मैं खेल रहा हूं और जानता हूं. इसलिए मैं अगर यहां से सीधा कोचिंग में जाता हूं तो मुझे लगता है की मैं उनकी समस्याओं को समझ सकता हूं.
जाफर से जब पूछा गया कि क्या वो बड़े पैमाने पर कोचिंग के बारे में सोच रहे हैं? तो उनका जवाब था, जी बिल्कुल. मैं क्रिकेट से ही जुड़े रहना पसंद करता हूं. अगर मैं कोचिंग में रहा तो मुझे ये बेहद पसंद होगा.
इस बल्लेबाज ने कहा, विदर्भ के कोच हैं मैं उनकी भी मदद करने की कोशिश करता हूं. मैं खिलाड़ियों और कोच के बीच ब्रिज बनने की कोशिश करता हूं. विदर्भ के साथ मेंन्टॉर का रोल में लगभग खेल ही रहा हूं.