मुंबई: भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने रविवार को कोच बनने की इच्छा जाहिर की है. उन्होंने कहा कि वह खिलाड़ियों की मानसिकता पर काम कर सकते हैं, खासकर सीमित ओवरों में जिसमें उन्हें दशकों से महारत हासिल है.
युवराज ने पीटरसन के साथ इंस्टाग्राम पर बात करते हुए कहा, "मैं कोचिंग के साथ शुरू कर सकता हूं. मैं कॉमेंट्री से ज्यादा कोचिंग में दिलचस्प हूं."
भारत की दो विश्व कप जीतों का अहम हिस्सा रहे युवराज ने कहा, "मैं सीमित ओवरों के बारे में ज्यादा जानता हूं और इसिलए मैं खिलाड़ियों से अपना अनुभव बांट सकता हूं कि वो नंबर-4, 5, 6 पर किस मानसिकता के साथ जा सकते हैं."
![Yuvraj Singh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/111589735800044-66_1705email_1589735811_782.jpg)
युवराज ने कहा, "मैं शायद मेंटॉर के तौर पर शुरुआत कर सकता हूं और अगर यह अच्छा रहा तो फुल टाइम कोचिंग."
इस समय कॉमेंट्री कर रहे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान पीटरसन ने युवराज से कॉमेंट्री में आने को कहा था.
बाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, "मैंने सोचा है कि मैं एक साल का ब्रेक लूंगा. कुछ टूर्नामेंट्स खेलूंगा जो अच्छे होंगे. मैं आप लोगों के साथ आऊंगा और कॉमेंट्री सीखूंगा. मैं नहीं जानता कि मैं एक कॉमेंटेटर के तौर पर कैसा करूंगा. मैं आप लोगों से सीखूंगा."
युवराज ने कहा कि वह अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिता रहे हैं और साथ ही उम्मीद जताई कि वह जल्द ही पिता बनेंगे.
![Yuvraj Singh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/131589735800044-78_1705email_1589735811_582.jpg)
उन्होंने कहा, "मैं अभी इस समय अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूं. मैं काफी समय पार्क में बिता रहा हूं. उम्मीद है जल्दी पिता बनूं और फिर कोचिंग, कॉमेंट्री में आऊं."
बता दें कि पिछले साल अपने शानदार करियर को अलविदा कहने वाले युवराज ने कुछ ही दिन पहले कहा था कि भारतीय टीम को मनोवैज्ञानिक की जरूरत है.
उन्होंने कहा था, "इस टीम में कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है, जो टीम के साथियों से मानसिकता को लेकर बात कर सके. पृथ्वी शॉ और पंत काफी प्रतिभशाली हैं, लेकिन काफी चौकसी और मीडिया होने के कारण आपको कोई चाहिेए होता है जिससे आप बात कर सको."
पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, "टीम को एक अच्छे मनोवैज्ञानिक की जरूरत है, लेकिन उनका सम्मान किया जाना चाहिए."