राजकोट: भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ये बात स्वीकार करते हैं कि टी20 क्रिकेट की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि पारंपरिक टेस्ट प्रारूप भी काफी समय तक बना रहेगा.
पुजारा ने कहा,"समय बदल रहा है और सफेद गेंद का क्रिकेट लोकप्रिय बन गया है. लेकिन टेस्ट क्रिकेट हमेशा विशेष है और ये हमेशा विशेष रहेगा. साथ ही हम उम्मीद लगाते हैं कि ये जितना संभव हो, उतने समय तक जारी रहे."
आईसीसी ने हाल में प्रस्ताव दिया कि 2023 से टेस्ट क्रिकेट को चार दिवसीय कर दिया जाए लेकिन इसे, खेल के कुछ महान खिलाड़ियों जैसे सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग से कड़े विरोध का सामना करना पड़ा.
![भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5684300_images-4.jpg)
पुजारा ने कहा कि उनके 50वें प्रथम श्रेणी शतक से भारत के आगामी टेस्ट दौरे से पहले उनका आत्वमविश्वास बढ़ेगा. दो मैचों की ये श्रृंखला इसलिए अहमियत रखती है क्योंकि वहां एक जीत से भारत शुरूआती विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के 2021 में होने वाले फाइनल के करीब पहुंच जाएगा.
शनिवार को यहां कर्नाटक के खिलाफ सौराष्ट्र के रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी मैच में पुजारा उन चुनिंदा महान क्रिकेटरों की जमात में शामिल हो गए जिन्होंने प्रथम श्रेणी में 50 शतक जड़े हैं जिसमें सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ शामिल हैं.
![रणजी ट्रॉफी में चेतेश्वर पुजारा](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/5684300_images.jpg)
उन्होंने कहा,"अगर आप ऐसे दौरों से पहले इस तरह की उपलब्धि हासिल करते हैं तो आपका मनोबल बढ़ता है और आप अपने खेल पर ज्यादा भरोसा करना शुरू कर देते हो."
पुजारा ने कहा,"ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप विदेश जाते हो तो आप चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में खेलते हो और आपको अपने खेल पर भरोसा करना होता है और अपनी तैयारियों पर विश्वास रखना होता है."