सिडनी : बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने कहा है कि क्वालीटी स्पिनरों के न होने से देश की कमी उजागर हो सकती है, जैसे कि शेन वॉर्न के संन्यास के बाद हुई थी. ख्वाजा का मानना है कि क्वींसलैंड के उनके टीम साथी मिशेल स्वेप्सन स्टार ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के अलावा दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं.
ऑस्ट्रेलिया में पिच अक्सर स्पिनरों के अनुकूल नहीं होती है
स्वेप्सन ने हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए अब तक केवल एक ही अंतरराष्ट्रीय टी 20 मैच खेला है. हालांकि, वो स्वेप्सन को घरेलू स्तर पर गेंदबाजी करने से संकोच करते हैं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में पिच की स्थिति अक्सर स्पिनरों के अनुकूल नहीं होती है.
ख्चाजा ने स्पोटर्स न्यूज से बातचीत में कहा, " ये वास्तव में कठिन है. यहां तक कि मेरे लिए भी एक कप्तान के रूप में, उन्हें (स्वेप्सन) खेल में लाना बहुत मुश्किल है. खासकर तब जब गेंद चारों ओर लहरा रही होती है और हम हरी पिच पर खेल रहे होते हैं."
उन्होंने कहा, " वह हमेशा हमारी टीम का हिस्सा रहे हैं और उन्हें हमेशा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि विकेट कैसी है क्योंकि वह इतने अच्छे गेंदबाज जो हैं लेकिन कभी-कभी उन्हें मैच में खेलाना बहुत मुश्किल होता है क्योंकि विकेट वास्तव में स्पिनरों के अनुकूल नहीं होती है."
हमारे पास नाथन लियोन के रूप में एक पूर्ण प्रतिभा है
ख्वाजा ने कहा, " ऑस्ट्रेलिया में स्पिनरों की स्थिति पर मुझे चिंता होती है. यहां हमें सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि हमारे पास नाथन लियोन के रूप में एक पूर्ण प्रतिभा है लेकिन उसके बाद कौन आ रहा है?."
वॉर्न के संन्यास लेने के बाद से ऑस्ट्रेलिया अब तक 14 से अधिक स्पिनरों को आजमा चुका है, लेकिन लियोन ही उनमें लगातार टीम के लिए उपलब्ध होते रहे हैं. उन्होंने अब तक 96 टेस्ट, 29 वनडे और दो टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं.