कोच्चि: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के भावी संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज, जो केरल क्रिकेट संघ (केसीए) के अध्यक्ष भी हैं, पद संभालने से पहले ही मुश्किल में फंस गए हैं क्योंकि केसीए के पूर्व लोकपाल न्यायाधीश (सेवानिवृत) रामकुमार ने शुक्रवार को केरल उच्च न्यायालय में एक नोटिस दायर किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि जयेश के खिलाफ आवाज उठाने के कारण उन्हें पद से समय से पूर्व ही हटा दिया गया था. एक क्रिकेट प्रशंसक ने उनको हटाने के खिलाफ केरल उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की थी. इसके बाद रामकुमार ने न्यायालय में एफिडेविट डाला है.
अदालत अगले सप्ताह इस केस की सुनवाई करेगी.
केसीए की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) पिछले सप्ताह हुई थी जहां रामकुमार को लोकपाल के पद से हटा दिया गया था और उनके स्थान पर नए शख्स को बैठाया गया था.
अपने एफिडेविट में रामकुमार ने कहा कि कार्यकाल पूरा होने के बाद वो पद छोड़ने वाले थे लेकिन चूंकि उन्होंने जयेश के खिलाफ आवाज उठाई थी इसलिए उन्हें समय से पूर्व पद से हटा दिया गया.
जयेश के खिलाफ ये बात तब सामने आई है जब उनके खिलाफ पूर्व खिलाड़ियों और केसीए के सदस्यों ने वित्तीय अनियमत्तिाओं के आरोप लगाए थे. हालांकि इन आरोपों से जयेश लगातार इनकार करते आए हैं.